Last Updated: Wednesday, November 30, 2011, 08:00
नई दिल्ली : वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने खुदरा कारोबार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के मुद्दे तथा मुद्रास्फीति व काले धन पर काबू पाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर आज पार्टी के सांसदों को जानकारी दी। उन्होंने कांग्रेस सांसदों से कहा कि मल्टीब्रांड रिटेल कारोबार में 51 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति से मुद्रास्फीति पर काबू पाने तथा खेत-खुदरा कीमतों में अंतर को पाटने में मदद मिलेगी।
मुखर्जी ने कांग्रेस संसदीय समिति की आज हुई बैठक में मुद्रास्फीति व काले धन पर काबू पाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर ध्यान केंद्रित किया जबकि वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा गुरुवार को पार्टी सांसदों को खुदरा में एफडीआई मुद्दे पर विस्तार से जानकारी देंगे। मुखर्जी ने सांसदों को बताया कि खुदरा में एफडीआई एक ऐसा कदम है जो कीमतों को घटाने में मदद करेगा क्योंकि इससे चीजों के खेत में दाम तथा इसके थोक व खुदरा दामों में भारी अंतर को दूर करने में मदद मिलेगी।
घंटा भर चली इस बैठक में मुखर्जी ने पार्टी सांसदों को काले धन पर नियंत्रण पाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस तरह के खाताधारकों के नाम सार्वजनिक करने की विपक्ष की मांग को स्वीकार करना क्यों संभव नहीं है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 30, 2011, 14:05