Last Updated: Thursday, August 9, 2012, 19:01
नई दिल्ली : भाजपा के एक सांसद ने आज कहा कि जादू टोने और अंधविश्वास से संसद सदस्य भी अछूते नहीं हैं। लोकसभा में जादू टोना पर पाबंदी विधेयक 2010 संबंधी निर्दलीय ओम प्रकाश यादव के निजी विधेयक पर चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा के अजरुन राम मेघवाल ने सवाल किया कि दस्यु सुंदरी फूलन देवी की उनके सरकारी आवास पर नृशंस हत्या के बाद से ‘कोई भी सांसद उस आवास पर क्यों नहीं रहना चाहता।’ सपा सांसद फूलन की 2001 में उनके सरकारी बंगले पर दिन दहाड़े हत्या कर दी गई थी। मेघवाल ने कहा कि उसके बाद किसी की भी उस बंगले में जाने की हिम्मत नहीं हुई जबकि बंगला संसद से महज आधा किलोमीटर की दूरी पर है। ‘हम भी अंधविश्वासी हैं। वहां कोई क्यों नहीं रहता। कौन सा अंधविश्वास है?’
इससे पहले विधेयक पर चर्चा की शुरुआत करते हुए यादव ने कहा कि जादू टोने की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पर्याप्त कानूनी प्रावधान नहीं हैं और न ही कड़ी सजा की व्यवस्था है। कांग्रेस के सतपाल महाराज ने भी विधेयक का समर्थन करते हुए कहा कि जादू टोने को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। बसपा के गोरखनाथ पांडे ने कहा कि तंत्र मंत्र में विश्वास अनपढ़ लोगों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पढ़े लिखे और सांसदों तक में इसका प्रचलन है। उन्होंने कहा कि आस्था और पूजा पाठ तथा जादू टोना में अंतर किया जाना चाहिए।
भाजपा के वीरेन्द्र कुमार ने कहा कि चुनाव के समय पर्चा भरे जाने के समय नेता लोग भी तरह-तरह के तंत्र मंत्र अपनाते हैं। उन्होंने जादू टोना और अंधविश्वास फैलाने वाले टीवी धारावाहिकों, समाचारों तथा फिल्मों पर रोक लगाने की मांग की। बसपा के विजय बहादुर सिंह ने जादू टोना पर बिना विलंब किए रोक लगाने की जरुरत पर जोर देते हुए कहा कि जिस विद्या में कोई तर्क न हो, जिसका कोई वैज्ञानिक आधार न हो उसका दुरुपयोग ज्यादा होता है। कांग्रेस के जगदम्बिका पाल और बीजू जनता दल के तथागत सतपथी का कहना था कि जादू टोना और झाड़फूंक के नाम पर महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाले अत्याचार की घटनाओं पर रोक लगाई जानी चाहिए। सतपथी ने हालांकि इस विधेयक में सजा के प्रावधान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि किसी की निजी धारणा के लिए उसे सजा कैसे दी जा सकती है।
अन्नाद्रमुक के एस. सेम्मलाई ने इसे एक सराहनीय विधेयक करार देते हुए कहा कि जादू टोना के पीछे अज्ञानता, निरक्षरता, और अंधविश्वास छिपा है। उन्होंने इन चीजों पर रोक लगाने के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने की जरूरत जताई। भाजपा के हुकुमदेव नारायण यादव ने इस मुद्दे पर गंभीर चिंतन करने पर जोर देते हुए वैज्ञानिक और आध्यात्मिक शोध की बात की। चर्चा में कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी और गोरखनाथ पांडे ने भी हिस्सा लिया। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 9, 2012, 19:01