साझा प्रवेश परीक्षा पर IIT-सरकार में सुलह की कोशिश

साझा प्रवेश परीक्षा पर IIT-सरकार में सुलह की कोशिश

नई दिल्ली : इंजीनियरिंग संकाय में दाखिले के लिए एकल प्रवेश परीक्षा संबंधी विवाद पर सरकार के अगले सप्ताह बैठक बुलाने से पहले आज आईआईटी निदेशकों ने समझौते के लिए फार्मूले पर चर्चा की जिसमें पर्सेंटाइल के आधार पर संबंधित बोडरे के मेधासूची तैयार कर शीर्ष 20 छात्रों का चयन करना शामिल है।

ऐसे संकेत मिले हैं कि प्रस्तावित प्रारूप में बोर्ड परीक्षा के अंक को तवज्जो देने के स्थान पर पर्सेंटाइल की प्रक्रिया को अपनाने के प्रस्ताव की रूपरेखा के बारे में संयुक्त नामांकन बोर्ड की बैठक में बताया जायेगा जिसमें आाईआईटी निदेशक भी उपस्थित होंगे। इस प्रस्ताव को आमसहमति बनाने के करीब पहुंचने की दिशा में एक विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।

समझा जाता है कि यह प्रस्ताव मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा गतिरोध का समाप्त करने के लिए पेश की गई है और इसे आईआईटी निदेशकों के समक्ष रखा गया है।

पर्सेंटाइल प्रक्रिया और जेईई मुख्य परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर 50 हजार छात्रों का चयन किया जायेगा और आईआईटी में दाखिले के लिए मेधा सूची बनाते समय एडवांस्ड परीक्षा में प्रदर्शन को ध्यान में रखा जायेगा।

संयुक्त नामांकन बोर्ड पिछले 50 वषरें से आईआईटी प्रवेश परीक्षा ले रहा है। आईआईटी निदेशकों ने समझौते के लिए फार्मूले पर चर्चा की जिसमें पर्सेंटाइल के आधार पर संबंधित बोडरे के शीर्ष 20.30 छात्रों का चयन कर मेधासूची तैयार करना शामिल है।

समझा जाता है कि कुछ निदेशक संयुक्त नामांकन बोर्ड में प्रस्तावित परीक्षा के बारे में चर्चा करने के खिलाफ थे और उन्होंने जोर दिया कि इस विषय पर आईआईटी परिषद की विशेष बैठक में ही चर्चा की जाए।

दूसरी ओर, आईआईटी शिक्षक संघ ने एक बयान में कपिल सिब्बल की ओर से परिषद की बैठक बुलाने की सराहना की और उम्मीद जाहिर की कि एक स्वीकार्य समाधान निकल आयेगा।

उन्होंने कहा, हम मंत्री की ओर से 27 जून 2012 को आईआईटी परिषद की बैठक बुलाने का समर्थन करते हैं। इस विषय पर चर्चा के बाद हमें उम्मीद है कि कोई स्वीकार्य समाधान निकल आयेगा। (एजेंसी)

First Published: Saturday, June 23, 2012, 22:26

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