सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर तुरंत कार्रवाई चाहती हैं सोनिया

सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर तुरंत कार्रवाई चाहती हैं सोनिया

सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर तुरंत कार्रवाई चाहती हैं सोनियानई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी असम हिंसा में संलग्न लोगों के खिलाफ त्वरित कानून कार्रवाई चाहती हैं, साथ ही उन्होंने कुछ राज्यों से पूर्वोत्तर के लोगों के पलायन के मद्देनजर सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की वकालत की है।

इस विषय पर चिंतित सोनिया ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा गहरे दुख और चिंता का विषय है। उन्होंने देश के कुछ हिस्सों में पूर्वोत्तर के लोगों के साथ हो रहे व्यवहार की निंदा की।

20वें राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार प्रदान करने से संबंधित समारोह के दौरान सोनिया ने कहा, असम में जो कुछ हुआ वह गहरे दुख और चिंता का विषय है। इन घटनाओं के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तेजी से कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए, चाहे वे जो भी हों। उन्होंने कहा कि असम में जातीय हिंसा की पृष्ठभूमि में कुछ राज्यों में पूर्वोत्तर के लोगों के खिलाफ जो कुछ हो रहा है, उसकी समाज के हर वर्ग के लोगों को निंदा करनी चाहिए।

सोनिया ने कहा, केंद्र और राज्य सरकारों को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए जो सौहार्द्र बिगाड़ने का काम कर रहे हैं।’ सोनिया ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में सामाजिक समरसता कायम रखना देश के समक्ष बड़ी चुनौती है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि देश के लोगों को किसी भी हिस्से में रहने और आजीविका का अधिकार है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती उन लोगों से है जो सामाजिक सौहार्द्र और एकता के दुश्मन हैं और ऐसे लोग सही अर्थो में देशभक्त हैं जो इसका मुकाबला करते हैं और सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देते हैं।

जयपुर स्थित भगवान महावीर विकलांग साहित्य समिति के मुख्य संरक्षक एवं संस्थापक डी आर मेहता को पुरस्कार प्रदान करते हुए सोनिया ने कहा कि राजीव गांधी ने हमेशा सामाजिक एवं सम्प्रदायिक तनाव तथा घृणा के खिलाफ संघर्ष किया।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि राजीव गांधी इस बात को अच्छी तरह से जानते थे कि भारत तभी प्रगति कर सकता है जब सभी देशवासी एक साथ मिलकर शांति, सौहाद्र्र और सहिष्णुता से काम करेंगे। (एजेंसी)

First Published: Sunday, August 19, 2012, 22:47

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