`सिख उग्रवाद को पुनर्जीवित करने की कोशिश में ISI`

`सिख उग्रवाद को पुनर्जीवित करने की कोशिश में ISI`

`सिख उग्रवाद को पुनर्जीवित करने की कोशिश में ISI`नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने बुधवार को पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि वह सिख उग्रवाद को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहा है और आईएसआई के ठिकानों में सिख युवकों को भारत में आतंकी हमले के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

शिंदे ने कहा कि सिख उग्रवाद के मोर्चे पर कुछ महत्वपूर्ण घटनाक्रम हुए हैं और पाकिस्तान स्थित इसके कमांडरों पर आईएसआई (पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी) का दबाव है कि वह न सिर्फ पंजाब बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी आईएसआई की आतंकी योजनाओं को आगे बढाएं।

उन्होंने आंतरिक सुरक्षा पर मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सिख युवकों को पाकिस्तान में आईएसआई के ठिकानों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जानकारी मिली है कि जेल में बंद कैडरों, बेरोजगार युवकों, अपराधियों और तस्करों का इस्तेमाल पाकिस्तान स्थित सिख आतंकवादी समूह आतंकी हमलों में मदद के लिए कर सकते हैं। इस सिलसिले में अमेरिका और यूरोप में रह रहे सिख युवकों को भी प्रेरित किया जा रहा है।

शिंदे ने कहा कि आरडीएक्स सहित बडी मात्रा में हथियार, गोला बारूद और विस्फोटक सीमाओं के जरिए पंजाब में पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में पंजाब और राजस्थान में पुलिस कार्रवाई के दौरान काफी मात्रा में आरडीएक्स बरामद किया गया है। उन्होंने कहा कि आंतरिक सुरक्षा के मोर्चे पर जेहादी आतंकवादी भारत के लिए अभी भी गंभीर चुनौती बने हुए हैं।

शिंदे ने कहा, ऐसा पाया गया है कि आतंकवादी समूह ऐसे संचार साधनों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो अत्यंत आधुनिक हैं। आतंकवादी आज की तारीख में मोबाइल फोन से आगे बढ गये हैं और सैटेलाइट फोन इस्तेमाल कर रहे हैं। वे थुराया सेट, ई-मेल पर जानकारी का कोडेड आदान प्रदान, चैटिंग और वायस ओवर इंटरनेट प्रोटोकाल (वीओआईपी) जैसे उपकरणों का इस्तेमाल सीमा पार से संचार स्थापित करने में कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाक स्थित जेहादी समूह पाकिस्तान में प्रशिक्षण के लिए भेजने के उद्देश्य से और वहां से प्रशिक्षण लेकर आने वाले आतंकवादियों और धन को भारत में लाने के लिए बांग्लादेश और नेपाल से सटी लंबी भारतीय सीमा का इस्तेमाल करते हैं।

गृह मंत्री ने कहा कि लश्कर-ए-तोएबा, जैश-ए-मोहम्मद और इंडियन मुजाहिदीन से संबद्ध पाकिस्तान की जेहादी तंजीमों (संगठन) ने पाकिस्तान से भारत में धन हस्तांतरित करने के कई जरिए बना रखे हैं। यह धन खाडी देशों और नेपाल के जरिए भेजा जाता है। इसके अलावा यह वेस्टर्न यूनियन मनी ट्रांसफर और हवाला जरिये से भी भेजा जाता है। खाडी स्थित सिमी के पूर्व कैडरों और ऐसे ही अन्य तत्वों को भारत में तबाही फैलाने के लिए धन एकत्र करते पाया गया है।

उन्होंने कहा कि मुंबई में 2008 के आतंकी हमले के बाद हुई अधिकांश आतंकवादी घटनाओं की जांच पूरी हो चुकी है। लगभग सभी मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। कई को भगोड़ा घोषित किया गया और उनके खिलाफ आरोपपत्र दाखिल हुए और रेड कार्नर नोटिस जारी किए गए। शिंदे ने कहा कि वाराणसी बम विस्फोट, महरौली विस्फोट और हैदराबाद एवं बेंगलूर में हुए बम विस्फोटों जैसे कुछ मामलों की हालांकि जांच चल रही है और उम्मीद है कि जल्द ही सफलता हासिल होगी। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, June 5, 2013, 14:38

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