Last Updated: Tuesday, November 20, 2012, 20:37
नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन शुरू होने से दो दिन पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी का इस्तीफा मांग कर बड़ा धमाका किया और पार्टी ने इस पर अपनी नाराजगी जताते हुए उनसे इस मांग को वापस लेने को कहा।
गडकरी की कंपनी पूर्ती समूह में संदेहास्पद निवेश के आरोपों के चलते उनके अध्यक्ष पद से नहीं हटने पर सीधा प्रहार करते हुए सिन्हा ने कहा कि ऐसा करके हमने उन लोगों को गहरी निराशा दी है जो लोग कांग्रेस पार्टी के भंयकर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए हमारी ओर देख रहे थे। हमारी पार्टी के अध्यक्ष दोषी हैं या नहीं, आज यह मुद्दा नहीं है। मुद्दा यह है कि हम सब जो सार्वजनिक जीवन में हैं वे दोष लगाए जाने से उपर होने चाहिए।
पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के इस चरण में भाजपा की विश्वसनीयता संदेह से परे होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत की जनता के प्रति भाजपा के ऐतिहासिक कर्तव्य को पूरा करने के लिए मैं पूरी विनम्रता से नितिन गडकरी से आग्रह करता हूं कि वह तुरंत पार्टी अध्यक्ष पद से हट जाएं। सिन्हा से पहले पार्टी के राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी भी सार्वजनिक तौर पर गडकरी के इस्तीफे की मांग कर चुके हैं।
उधर भाजपा के मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने सिन्हा से अपील की कि वह गडकरी का इस्तीफा मांगने की अपनी मांग पर पुनर्विचार करे क्योंकि सार्वजनिक तौर ऐसा किया जाना सर्वथा अनुचित है।
सिन्हा के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की संभावना पर पार्टी की अनुशासन समिति के अध्यक्ष ओ पी कोहली ने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कि उनके खिलाफ किसी कार्रवाई की पहल भाजपा संसदीय बोर्ड ही कर सकता है।
First Published: Tuesday, November 20, 2012, 20:37