Last Updated: Friday, April 5, 2013, 09:04

कोलकाता /बेंगलूर : पश्चिम बंगाल में एसएफआई नेता सुदीप्तो गुप्ता की मौत पर संगठन के समर्थकों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जाने के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विवाद को हवा देते हुए मौत को छोटी और मामूली घटना करार दिया।
ममता ने बेंगलूर में कहा कि यह एक छोटी और मामूली घटना है। यह एक दुर्घटना थी, कोई पुलिस उत्पीड़न नही हुआ है। आप पोस्टमार्टम रिपोर्ट देख सकते हैं। ममता जानेमाने पाश्र्व गायक मन्ना डे को बेंगलूर स्थित उनके आवास पर पश्चिम बंगाल का प्रतिष्ठित ‘विशेष संगीत महासम्मान’ प्रदान करने के लिए एक दिन के दौरे पर यहां आयी थीं।
दूसरी ओर इसके ठीक विपरीत संयुक्त पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) जावेद शमीम ने कोलकाता में मीडिया से अपील की कि वे किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे क्योंकि जांच जारी है।
उन्होंने कहा कि मीडिया से हमारी अपील है कि वे किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे क्योंकि जिस तरह से घटना को पेश किया जा रहा है, वह ठीक नहीं है। शमीम ने कहा कि जांच की शुरूआत के साथ ही सभी पहलुओं पर गौर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक अटाप्सी रिपोर्ट में संभावना जतायी गयी है कि किसी भारी चीज से टकराने के बाद सिर में चोट लगने से मौत हुई।
माकपा के वरिष्ठ नेता एस के मिश्रा ने कहा कि पुलिस ने कहा कि जब जांच जारी है तो किसी नतीजे पर नहीं पहुंचें। लेकिन वह नतीजे पर पहुंच गयीं। उन्होंने कहा कि ऐसी टिप्पणी अनुचित है और हम सुदीप्तो गुप्ता की मौत की न्यायिक जांच की अपनी मांग दोहराते हैं।
पश्चिम बंगाल कांग्रेस के प्रमुख प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि पुलिस ने कहा कि जांच जारी है। क्या उन्हें यह नहीं मालूम है? मैं उनसे इस तरह के बयान की उम्मीद नहीं करता। उन्होंने कहा कि वह सभी मुद्दों पर टिप्पणी करती हैं। उन्हें ऐसी टिप्पणी करने की आदत है। अगर ऐसा किया गया है तो जांच की क्या जरूरत है? मैं उनकी टिप्पणी की निंदा करता हूं।
छात्र इकाई एसएफआई के सदस्यों ने छात्र हड़ताल करते हुए कोलकाता और राज्य के अन्य हिस्सों में व्यस्त सड़कों पर जाम लगाया। वहीं माकपा ने उपनगरीय इलाकों गरिया और टॉलीगंज में 12 घंटे की आम हड़ताल का आह्वान किया है। गुप्ता अपने स्कूली और कालेज के दिनों में वहीं रहते थे और पढ़ाई करते थे। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 5, 2013, 09:04