'सेना के कूच संबंधी रिपोर्ट निराधार' - Zee News हिंदी

'सेना के कूच संबंधी रिपोर्ट निराधार'


नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुधवार को कहा कि सेना की दो प्रमुख टुकड़ियों के संदिग्ध रूप से राजधानी दिल्ली के करीब पहुंचने के बारे में मीडिया में आई रपट निराधार और 'बेवजह भय पैदा करने वाली' है, इसे महत्व नहीं दिया जाना चाहिए।
मनमोहन सिंह ने यहां राष्ट्रपति भवन में पद्म अलंकरण समारोह के दौरान संवाददाताओं से कहा कि रक्षा मंत्रालय ने अपना रुख साफ कर दिया है। ये बेवजह भय पैदा करने वाली रपटें हैं। इन्हें महत्व नहीं दिया जाना चाहिए। सिंह ने सरकार और सेना प्रमुख जनरल वी.के. सिंह के बीच टकराव की खबर पर भी अपनी बात रखी। प्रधानमंत्री से जब पूछा गया कि क्या सरकार और सेना प्रमुख के बीच कोई मनमुटाव है, उन्होंने कहा कि सेना प्रमुख का पद एक गौरवशाली पद है और हम सभी का यह दायित्व है कि ऐसा कुछ न करें जिससे उसकी गरिमा को ठेस पहुंचे।

 

पीएम ने संवाददाताओं से कहा कि थल सेना प्रमुख का कार्यालय एक गरिमामय कार्यालय है। हम सब का दायित्व है कि ऐसा कुछ नहीं करें जिससे उसकी गरिमा पर आंच आती हो।’’ प्रधानमंत्री से सरकार और थल सेना से जुड़े विवादों के बारे में सवाल किया गया था। इन सब विवादों के केंद्र में थल सेना प्रमुख रहे हैं। पहले उन्होंने अपनी उम्र को लेकर सरकार को उच्चतम न्यायालय में घसीटा और बाद में उन्होंने दावा किया कि एक रक्षा सौदे में उन्हें 14 करोड़ रूपये की पेशकश की गई थी।

 

एक समाचार पत्र ने बुधवार को अपने मुख पृष्ठ पर एक रपट में कहा है कि हिसार की मेकेनाइज्ड इन्फैंट्री और आगरा की 50 पैरा ब्रिगेड की एक टुकड़ी के सैनिक जनवरी में राजधानी की ओर कूच कर गए थे। रपट में कहा गया है कि यह घटना 16 जनवरी की रात की है, और ऐसा रक्षा मंत्रालय को पूर्व सूचना दिए जाने जैसी मानक प्रकिया का पालन किए बगैर हुआ था। रपट में कहा गया है कि चूंकि यह घटना उस दौरान की है, जब सेना प्रमुख जनरल वी.के. सिंह अपने उम्र विवाद को लेकर सरकार के खिलाफ न्यायिक जंग लड़ रहे थे, लिहाजा इसने दिल्ली में सत्ता के गलियारों में हलचल व संदेह पैदा कर दी।

(एजेंसी)

First Published: Wednesday, April 4, 2012, 18:08

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