Last Updated: Friday, March 15, 2013, 23:02

नई दिल्ली : अपना हेलीकाप्टर सौदा रद्द होने के खतरे का सामना कर रही कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड ने दावा किया है कि दो साफ्टवेयर फर्मों के साथ उसके संपर्कों में कुछ भी गलत नहीं हुआ है। वीवीआईपी हेलीकाप्टर अनुबंध में रिश्वतखोरी के लिए इन फर्मों का कथित रूप से उपयोग हुआ था।
अगस्ता वेस्टलैंड ने रक्षा मंत्रालय को पत्र लिखा है और अपने दावे का समर्थन करने के लिए इसके साथ एक आडिटर की रिपोर्ट संलग्न की है। सूत्रों ने कहा कि रक्षा मंत्रालय इस आडिट रिपोर्ट से प्रभावित नहीं है और उसने अगस्ता वेस्टलैंड से ट्यूनीशिया और चंडीगढ़ की फर्मों क्रमश: आईडीएस इंफोटेक और ऐरोमेट्रिक्स के साथ अपने लेनदेन के बारे में और जानकारी देने को कहा है।
रक्षा मंत्रालय ने अगस्ता वेस्टलैंड से इन दो साफ्टवेयर कंपनियों के साथ उसके संपर्कों के बारे में जानकारी मांगी थी जिसके जवाब में अगस्ता वेस्टलैंड ने यह पत्र भेजा है। इन दो साफ्टवेयर कंपनियों का कथित रूप से उपयोग रिश्वत के भुगतान के लिए किया गया। अगस्ता वेस्टलैंड को वीआईपी हेलीकाप्टर सौदा दिलाना सुनिश्चित करने के मामले में सीबीआई आईडीएस इंफोटेक और ऐरोमैट्रिक्स के अलावा पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी तथा उनके तीन रिश्तेदारों की जांच कर रही है।
रक्षा मंत्रालय ने हेलीकाप्टरों का अनुबंध रद्द करने की प्रक्रिया के तहत पिछले महीने एक कारण बताओ नोटिस जारी किया था। मंत्रालय ने फर्म से पूछा था कि भ्रष्टाचार के आरोपों के देखते हुए यह सौदा रद्द क्यों नहीं किया जाए। फर्म ने जवाब देते हुए सौदे में किसी भी तरह की गड़बड़ी से इंकार किया था लेकिन रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कंपनी का जवाब खारिज कर दिया था। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 15, 2013, 23:02