सोनिया ने रेल कोच फैक्ट्री का उद्घाटन किया

सोनिया ने रेल कोच फैक्ट्री का उद्घाटन किया

सोनिया ने रेल कोच फैक्ट्री का उद्घाटन कियारायबरेली (उत्तर प्रदेश) : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में 1,685 करोड़ रुपये की लागत वाले आधुनिक रेल कोच निर्माण कारखाने का उद्घाटन किया और डिब्बों की पहली खेप को हरी झंडी दिखाई। सितंबर माह में तृणमूल कांग्रेस द्वारा संप्रग सरकार से समर्थन वापस लिये जाने के बाद कांग्रेस को करीब 16 साल के अंतराल से रेल मंत्रालय की कमान मिली और इसके कुछ सप्ताह बाद परियोजना पर काम शुरू कर दिया गया।

रायबरेली की सबसे बड़ी और देश की तीसरी सबसे बड़ी परियोजना ‘रेल कोच फैक्टरी’ (आरसीएफ) की आधारशिला जनवरी, 2009 में लोकसभा चुनाव से कुछ दिन पहले ही रखी गयी थी। तब उत्तर प्रदेश की बसपा सरकार ने इसे चुनाव से पहले फायदा उठाने के लिए अपनाया गया ‘राजनीतिक हथकंडा’ करार दिया था। सोनिया ने लालगंज में आरसीएफ के उद्घाटन समारोह में कहा, ‘मैं यहां उन लोगों का जिक्र करना चाहती हूं जिन्होंने परियोजना को लेकर अफवाहें फैलाईं लेकिन इसे इतने कम समय में पूरा कर लिया गया।’ शुरूआत में परियोजना के लिए रेलवे को जमीन देने से मना कर दिया गया था जिसके लिए रेलवे ने बसपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया।

सोनिया ने कहा कि इस कारखाने से न केवल स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसरों का निर्माण होगा बल्कि क्षेत्र का विकास भी सुनिश्चित होगा। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को उनकी जमीन के लिए रेलवे ने पूरा मुआवजा दिया। सोनिया ने कहा, ‘क्षेत्रीय उद्योगों के विकास की संभावना है और स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।’ कारखाने में निर्मित 20 डिब्बों को हरी झंडी दिखाने से पहले सोनिया ने उनका निरीक्षण किया और कहा कि वह प्रफुल्लित महसूस कर रहीं हैं। इन डिब्बों का इस्तेमाल राजधानी और शताब्दी ट्रेनों में किया जाएगा।

रेल मंत्री पवन बंसल की मौजूदगी में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘रेलवे देश की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है जिसके माध्यम से हर रोज डेढ़ करोड़ यात्री सफर करते हैं। यह सबसे बड़ा रोजगार प्रदाता है और इसमें 15 लाख से अधिक कर्मचारी काम करते हैं।’ सोनिया ने कहा, ‘मैंने देखा है कि जम्मू कश्मीर में सुदूर इलाकों में रहने वाले लोग वहां रेल सेवा प्रारंभ होने पर कितने उत्साहित हुए थे।’ सोनिया ने 14 स्थानीय नागरिकों को नियुक्ति पत्र भी सौंपे जिनके परिवारों ने यहां लालगंज में कारखाने के निर्माण के लिए अपनी जमीन दी है। हर परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जा रही है।

रेलवे ने कारखाने के लिए 541 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया था जिसमें से 283 हेक्टेयर निजी भूमि मालिकों की है। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एक बार काम पूरी तरह शुरू हो जाने पर कारखाने में हर साल 1,000 डिब्बों का निर्माण होने की संभावना है। अधिकारी ने कहा कि इन डिब्बों में अधिक यात्रियों की क्षमता है और मुसाफिरों के लिए अधिक सुविधा प्रदान की गयी है। सोनिया ने उतरेठिया-रायबरेली रेलमार्ग को दोहरा करने और रायबरेली स्टेशन के आधुनिकीकरण की परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी। स्टेशन पर एक बहुउद्देश्यीय परिसर भी बनाया जाएगा जिसमें यात्रियों को शापिंग प्लाजा, खाने-पीने के स्टॉल, बुक स्टॉल, पार्किंग, रेस्तरां, एटीएम आदि सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, November 7, 2012, 22:35

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