Last Updated: Monday, June 24, 2013, 12:17
ज़ी मीडिया ब्यूरोदिल्ली: उत्तराखंड में आई बाढ़ और भूस्खलन से तबाह इलाकों अब राहत कार्य तेजी से चल रहा है। इस सिलसिले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज (सोमवार को) सुबह राहत सामग्री रवाना की। सोनिया ने राहत सामग्री से भरे ट्रक उत्तराखंड के लिए रवाना किए। इस मौके पर सोनिया के साथ मंच पर कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी मौजूद थे।
कांग्रेस मुख्यालय में शीर्ष कांग्रेसी नेता उपस्थित थे जहां सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी ने राहत सामग्री से लदे 24 ट्रकों को हरी झंडी दिखाया। यह उन 125 ट्रको के अतिरिक्त है जो पहले ही देहरादून भेजे जा चुके हैं।
इस अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, वित्त मंत्री पी चिदंबरम, सड़क और परिवहन मंत्री ऑस्कर फर्नांडिज और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल, कांग्रेस महासचिव अंबिका सोनी और अजय माकन भी मौजूद थे। उत्तराखंड में आई इस प्राकृतिक आपदा के बाद राहुल गांधी पहली बार दिखाई दिए हैं। वह विदेश गये हुए थे।
कांग्रेस के कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा और अंबिका सोनी ने राहत अभियान को देखने और राहत सामग्री भेज रहे राज्य कांग्रेस ईकाइयों के बीच समन्वय के लिये उत्तराखंड की यात्रा की थी। राहत कार्य को तेज करने के लिये कांग्रेस ने देहरादून में एक नियंत्रण कक्ष बनाया है।
उत्तराखंड त्रासदी पर राजनीति भी शुरू हो गई है। नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा व कथित रूप से 15 हजार गुजरातियों को निकालने के बाद से कांग्रेस और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। कांग्रेस अब अपने राहत कार्यक्रम चला रही है।
खबरों के अनुसार मोदी ने अपने अधिकारियों की एक टीम के साथ उत्तराखंड का दौरा किया और अगले दिन 15 हजार गुजरातियों को सुरक्षित निकालना सुनिश्चित किया। कांग्रेस ने इसे रेंबो एक्ट (कानून तोड़ने वाला आक्रामक स्वाभाव का व्यक्ति) बताया। भाजपा ने इस पर तुरंत प्रतिक्रिया दी। भाजपा की मीनाक्षी लेखी ने सवाल किया,राहुल गांधी कहां हैं। सब कह रहे हैं कि मोदी को वापिस जाना चाहिए तो राहुल कहां हैं। राहुल विदेश में हैं तो उन्हें वहां रहने दीजिए।
First Published: Monday, June 24, 2013, 12:03