Last Updated: Sunday, June 23, 2013, 14:36
नई दिल्ली : उत्तराखंड में भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ के बाद बचाव एवं राहत कार्य में सभी एजेंसियों के बीच अधिक समन्वय पर जोर देते हुए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकार (एनडीएमए) ने स्वीकार किया कि कुछ सुदूर स्थानों में फंसे लोगों तक पहुंचने में कठिनाई पेश आ रही है लेकिन सोमवार तक सभी लोगों को बाहर निकाल लिया जायेगा।
प्राधिकार के उपाध्यक्ष शशिधर रेड्डी ने बताया कि राज्य सरकार के प्रयासों में एनडीएमए के तहत राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), सेना और आईटीबीपी के जवान पूरा सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने भी स्थिति की समीक्षा की है और सभी एजेंसियों में समन्वय बढ़ाने पर जोर दिया है। ‘प्रतिकूल मौसम और दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों के बीच युद्धस्तर पर काम को आगे बढ़ाया जा रहा है। इस बारे में कमियों को नोट करते हुए आगे इन्हें दुरुस्त किया जाएगा।’
रेड्डी ने कहा, ‘कई सुदूर स्थानों पर लोगों के फंसे होने की जानकारी मिली है। यहां तक पहुंचने की कोशिशें की जा रही हैं। लेकिन समस्या यह है कि यहां हेलीकाप्टर नहीं उतर सकते हैं, सड़क तो बची ही नहीं है। ऐसी भी खबर आई हैं कि कुछ जगहों पर लोगों को खाने के लिए नहीं है। जंगलचट्टी ऐसी ही एक जगह है। यहां शुक्रवार को हेलीकाप्टर उतरने के क्रम में लड़खड़ा गया। इसके बाद तय किया गया कि ऐसे इलाकों में छोटे हेलीकाप्टर को उतारा जायेगा।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 23, 2013, 14:36