Last Updated: Thursday, March 21, 2013, 21:21

नई दिल्ली : द्रमुक नेता एमके स्टालिन के यहां सीबीआई छापे को लेकर उपजे राजनीतिक विवाद के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को कहा कि सरकार का इससे कोई लेना देना नहीं है और वह इस घटना से खिन्न हैं। सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हम सभी इस घटनाक्रम से खिन्न हैं। सरकार की इसमें कोई भूमिका नहीं है। हम ब्यौरे का पता लगाएंगे। ऐसा नहीं होना चाहिए था। छापे का समय काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।
द्रमुक ने दो दिन पहले ही संप्रग सरकार से समर्थन वापस लिया है। उसके मंत्रियों ने कल ही इस्तीफा दिया है। पी चिदंबरम, कपिल सिब्बल और कमलनाथ सहित संप्रग में कांग्रेस के मंत्रियों ने सीबीआई छापों की निन्दा की है। केन्द्र सरकार ने इस कार्रवाई से खुद को अलग कर लिया है। उसका कहना है कि उसे इसकी जानकारी नहीं है। सीबीआई द्वारा छापे की कार्रवाई पूरी किये जाने की खबरों के बीच द्रमुक ने कहा कि यह कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है।
सीबीआई ने आयातित कारों पर कथित कर चोरी के मामले में आज सुबह स्टालिन के चेन्नई स्थित आवास सहित 19 जगहों पर छापे मारे। भाजपा ने कहा कि सीबीआई की कार्रवाई संप्रग सरकार द्वारा खुद को बचाने के लिए सत्ता का दुरूपयोग करने की मिसाल है। इससे साबित होता है कि ऐसे सहयोगी दलों को काबू करने के लिए संप्रग सरकार सीबीआई का इस्तेमाल करती है जो सत्ताधारी गठबंधन से बाहर हो रहे हैं।
यह मुद्दा संसद में उठा। राज्यसभा में भाजपा नेता एम वेंकैया नायडू ने आरोप लगाया कि जिस पार्टी ने संप्रग सरकार से समर्थन वापस लिया है, उसके यहां सीबीआई के छापे पड रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, March 21, 2013, 16:33