Last Updated: Thursday, February 21, 2013, 00:16

नई दिल्ली : गुरुवार से शुरू हो रहे बजट सत्र के हंगामेदार होने की आशंका को देखते हुए सरकार ने संसद की कार्यवाही सुचारु सुनिश्चित करने के लिए बुधवार को पूरी कवायद की। इस दौरान जहां विपक्ष ने जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर अपना इरादा जताया, वहीं देर शाम केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने अपनी `भगवा आतंकवाद` टिप्पणी पर खेद जता कर मामले का पटाक्षेप करने का प्रयास किया। संसद के बजट सत्र के दौरान 55 विधेयकों समेत 71 मामलों को कार्यसूची में शामिल किया गया है जिनमें से 35 विधेयकों को पारित कराने की महती जवाबदेही सरकार पर है। वित्त विधेयक 2013 सहित चार विधेयकों को पेश, चर्चा और पारित किए जाने के लिए कार्यसूची में रखा गया है।
सरकार की 16 नए विधेयक पेश करने की योजना है। इसी सत्र में आपराधिक दंड विधान और प्रक्रिया संहिता संशोधन विधेयक पेश किया जाएगा जिसके जरिए दुष्कर्म और महिलाओं के खिलाफ हिंसा के लिए कड़े दंड का प्रावधान किया गया है। पारित होने के बाद विधेयक हाल ही में राष्ट्रपति द्वारा की गई अधिसूचना की जगह ले लेगा। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी संसद के सुचारु के लिए बुधवार को सर्वदलीय बैठक की।
सर्वदलीय बैठक के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने संवादताओं से कहा,संसद के इस सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण वित्तीय कामकाज सदन में निपटाए जाएंगे और मुझे पूरी उम्मीद है कि हम देश के सामने खड़ी चुनौतियों का मान्य समाधान तलाशने के लिए फलदायी और रचनात्मक चर्चा करेंगे।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि देश कई `आर्थिक चुनौतियों` का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा, "मुझे पूरी आशा है कि हमारे देश के सामने खड़ी भयावह चुनौतियों का सामना करने के लिए सभी राजनीतिक दल मिलकर फलदायी और रचनात्मक समाधान तलाशेंगे।"
प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कार्यवाही में व्यवधान डालने और हेलीकाप्टर सौदे में रिश्वत और केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के `भगवा आतंकवाद` पर की गई टिप्पणी के लिए संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार को घेरने की चेतावनी दे रखी है।
अपने इरादे का संकेत देने के लिए बुधवार को भाजपा नेताओं ने जंतर मंतर से प्रदर्शन करने का प्रयास किया। इस दौरान भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और पार्टी के नेता अरुण जेटली, एम. वेंकैया नायडू एवं अनंत कुमार सहित सैंकड़ों कार्यकर्ताओं को पुलिस ने मौके पर ही हिरासत में ले लिया।
इस बीच मामले की नजाकत को भांपते हुए केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने बुधवार को `भगवा आतंकवाद` संबंधी अपना बयान वापस ले लिया। एक बयान जारी कर शिंदे ने कहा है, "चूंकि मेरे बयान से विवाद पैदा हो गया था, मैं इस पर अफसोस जाहिर करता हूं।"
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के दूसरे साझीदार जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख शरद यादव ने बुधवार को राजग की बैठक के बाद कहा था कि शिंदे और सुषमा स्वराज तय करें कि `भगवा आतंकवाद` विवाद का समाधान कैसे निकलेगा।
यादव ने कहा कि राजग 22 फरवरी को संसद के दोनों सदनों में प्रश्नकाल के तुरंत बाद हेलीकाप्टर सौदे में रिश्वत का मामला उठाएगी। उन्होंने कहा कि कुछ मुख्यमंत्रियों के खिलाफ प्रेस परिषद के अध्यक्ष मरक डेय काटजू की टिप्पणी पर वे स्पष्टीकरण चाहते हैं। उधर विपक्ष की चेतावनी के बावजूद सरकार को बजट सत्र के दौरान `पर्याप्त कामकाज` होने की उम्मीद है।
संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, "मैं पर्याप्त कामकाज होने की उम्मीद करता हूं। हमारे पास करने के लिए ढेर सारे काम हैं और कम समय का दबाव है।" कमल नाथ ने कहा, "यदि हर कोई संतुष्ट हो तो हम जेपीसी सहित किसी भी मांग के लिए तैयार हैं। मैं सभी पार्टियों से संसद में बाधा नहीं डालने की अपील करता हूं।" (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 21, 2013, 00:16