Last Updated: Monday, May 21, 2012, 03:40
नई दिल्ली : नागरिक उड्डयन मंत्री आज एयर इंडिया की 13 मान्यता प्राप्त यूनियनों के नेताओं के साथ बैठक करने जा रहे हैं। अजित सिंह ने कहा है कि एयर इंडिया की यूनियनों को अपने संगठन के स्वास्थ्य को देखना चाहिए और यह समझना चाहिए कि यह प्रतिस्पर्धा का दौर है। एयर इंडिया के पायलटों की हड़ताल आज 13वें दिन भी जारी है।
मंत्री ने कहा, यूनियनों की सिर्फ अपनी मांगों को लेकर महत्वपूर्ण भूमिका नहीं है, बल्कि उन्हें यह भी देखना चाहिए कि उनके संगठन की वित्तीय स्थिति कैसी है। सिंह ने इंडियन पायलट गिल्ड (आईपीजी) के पायलटों से काम पर लौटने की अपील की थी, पर अभी पायलट काम पर लौटने को राजी नहीं हैं। आंदोलनकारी पायलटों की मांग है कि पहले 71 पायलटों के बर्खास्तगी आदेश को वापस लिया जाए और करियर में प्रगति संबंधी मुद्दों को तत्काल सुलझाया जाए, तभी वे काम पर लौटेंगे।
आईपीजी की मान्यता एयर इंडिया ने समाप्त कर दी है। इसके प्रतिनिधियों को कल की बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया है। इस बैठक में इंडियन कमर्शियल पायलट एसोसिएशन, ग्राउंड हैंडलिंग और अन्य विभागों के कर्मचारियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
नागरिक उड्डयन मंत्री सिंह ने कहा, सरकार ने एयर इंडिया को पैसा दिया है और कई स्तरों पर निगरानी की जा रही है। उन्हें इस बात को समझना होगा कि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में कैसे चला जा सकता है। मंत्री ने कल आंदोलनकारी पायलटों से काम पर लौटने की अपील करते हुए कहा था कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा। करीब 200 पायलटों के बीमार पड़ने की वजह से एयरलाइन को अभी 230 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 22, 2012, 09:26