हिन्दू आतंकवाद के नाम पर देश के हिन्दुओं को बदनाम करने की घिनौनी राजनीति: जोशी

हिन्दू आतंकवाद के नाम पर देश के हिन्दुओं को बदनाम करने की घिनौनी राजनीति: जोशी

हिन्दू आतंकवाद के नाम पर देश के हिन्दुओं को बदनाम करने की घिनौनी राजनीति: जोशीलखनऊ : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने आज आरोप लगाया कि हिन्दू आतंकवाद के नाम पर देश के हिन्दुओं को बदनाम करने की घिनौनी राजनीति और षड्यंत्र रचा जा रहा है।

जोशी ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि हाल ही में देश के गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और उनके पूर्व इसी पद पर रहे पी. चिदम्बरम ने हिन्दू आतंकवाद के संदर्भ में राष्ट्रीय स्वयं सेवक को आरोपित करते हुए कहा था कि उनके पास इसके सबूत भी हैं।

भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने उस समय भी कहा था और अब भी कह रहे हैं कि यह लांछन पूरे हिन्दू समाज को अपमानित करने के साथ-साथ आतंकवाद के विरुद्ध भारत के पक्ष को कमजोर करता है। साथ ही यह हमारे इतिहास को झुठलाते हुए देश की छवि को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचाता है।

जोशी ने कहा ‘‘मैं शिंदे, चिदम्बरम और भारत सरकार को यह बताना चाहता हूं कि संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद की कमेटी आफ सेक्शन के एक प्रस्ताव के मुताबिक लश्करे तैयबा के मुख्य समन्वयक आरिफ कस्मानी ने समझौता एक्सप्रेस में हुए धमाके के लिए धन दिया था और अलकायदा ने धमाके के लिए आदमी मुहैया कराये थे।’’ उन्होंने कहा कि जनवरी 2010 में पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने कहा कि धमाके के लिए पाकिस्तानी आतंकवादियों को भाड़े पर लिया गया था।

जोशी ने कहा कि वे सब बातें सामने आने बावजूद लोग हिन्दू आतंकवाद की बात कर रहे हैं। यह देश के हिन्दुओं को बदनाम करने का घिनौना षड्यंत्र और राजनीति है। यह पूरी तरह से साफ है कि सरकार की मंशा हिन्दुओं को बदनाम करके वोट बटोरने की है। उन्होंने कहा कि सच्चर कमेटी की रिपोर्ट ऐसे तथ्यों पर आधारित है जो खरे नहीं है और इससे ऐसा प्रतीत होता है कि देश में हिन्दू अन्याय कर रहे हैं और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किया जा रहा है।

जोशी ने कहा कि भाजपा का हमेशा से मत है कि किसी भी पीडित व वंचित के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए भले ही वह किसी भी धर्म भाषा और भौगोलिक स्थिति का हो लेकिन एक खास तबके को तरजीह देने के लिए देश की बाकी जनता पर आरोप लगाना यह देश को दूसरे विभाजन की ओर ले जायेगा। इसे बरदाश्त नहीं किया जा सकता।

भाजपा नेता ने कहा कि इसी तरह रंगनाथ मिश्र आयोग की रिपोर्ट में धर्म आधारित बात की गयी है लेकिन अदालत के अस्वीकार करने के बावजूद उसे लागू करने के लिये लगातार आवाजें उठ रही है। न सिर्फ कांग्रेस की तरफ से बल्कि बीच-बीच में मुलायम सिंह यादव भी सुर से सुर मिलाने लगते हैं।

उन्होंने कहा ‘‘ये सारी परिस्थितियां इंगित करती है कि चुनाव को सामने रखते हुए केन्द्र में कांग्रेस नीत संप्रग सरकार और प्रदेश में सपा सरकार बराबर इस हद तक जाने का तैयार कि भले ही देश में विभाजन हो जाये लेकिन हिन्दू को अपमानित किया जा सकता है।’’ (एजेंसी)

First Published: Saturday, February 2, 2013, 19:46

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