Last Updated: Tuesday, January 15, 2013, 16:53

खरार : भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने सोमवार को कहा कि यदि पाकिस्तान शहीद लांस नायक हेमराज का सिर वापस नहीं करता है तो भारत को दूसरी ओर से कम से कम 10 सिर लाने चाहिए।
उन्होंने केंद्र सरकार से पड़ोसी देश के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के कहा है।
भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी और सांसद राजनाथ सिंह के साथ हेमराज के परिवार से मिलने के बाद सुषमा ने संवाददाताओं से कहा, ‘यदि उनका (हेमराज) सिर (पाकिस्तान से) वापस नहीं लाया जा सकता है तो हमें उनकी ओर से कम से कम 10 सिर लाने चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘सवाल यह है कि क्या हम बिना कोई कार्रवाई किए बैठे रहेंगे और बातचीत में लगे रहेंगे ? ऐसा नहीं होना चाहिए। कम से कम सरकार को किसी रूप में प्रतिक्रिया व्यक्त करनी चाहिए। इसलिए हमने कहा है कि सरकार को कठोर कदम उठाने चाहिए।’
पाकिस्तानी सेना के सैनिकों ने आठ जनवरी को जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा के इस पार भारतीय सीमा में घुसकर लांस नायक सुधाकर सिंह और लांस नायक हेमराज की हत्या कर दी थी।
भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने कहा, ‘आज देश मांग कर रहा है। कमजोर सरकार साबित ना हों। वे (पाकिस्तानी सेना) नियंत्रण रेखा पर आए, हमारे सैनिकों को मारा और उनका सिर अपने साथ ले गए और क्या इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं होनी चाहिए ? इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।’
सुषमा ने आरोप लगाया कि सरकार में शहीद के प्रति सम्मान की कमी है और उसे (सरकार को) माफी मांगनी चाहिए ।
उन्होंने कहा, ‘सरकार को अपनी उदासीनता के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्हें सैनिक के परिवार और देश से माफी मांगनी चाहिए। साथ-ही-साथ उन्हें जो घटना हुई है उसका बदला भी लेना चाहिए।’
सुषमा ने कहा कि हेमराज की पत्नी धरमवती सरकार की ओर से अपने पति के ‘सम्मान में कमी’ से परेशान हैं। सुषमा ने कहा, ‘वह दो बातों से परेशान हैं और उनमें से एक है उनके पति का सम्मान। उन्होंने कहा कि मैं उनका चेहरा भी नहीं देख सकी। जैसा कि आप जानती हैं उनका शव बिना सिर के आया। वह सकते में हैं कि सरकार से कोई भी उनके पति के अंतिम संस्कार में शामिल होने नहीं आया। दूसरी बात है सम्मान और गरिमा। उनकी दोनों भावनाएं जायज हैं।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि सरकार की ओर से यह बहुत बड़ी लापरवाही है। जब पूरा देश गुस्से से उबल रहा है, सरकार ने अंतिम संस्कार कब और कैसे होगा इस संबंध में कोई सूचना भी नहीं दी।’
सुषमा ने कहा, ‘ऐसी जानकारी मिली है कि अंतिम संस्कार सूर्यास्त के बाद हुआ। हममे से किसी को इस संबंध में सूचना नहीं मिली थी। लेकिन सरकार के सभी शीर्ष अधिकारियों को इस संबंध में सूचना थी।’
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से हेमराज के अंतिम संस्कार में पहुंचने की ईमानदार कोशिश की जानी चाहिए थी।
सुषमा ने कहा, ‘नियमों के मुताबिक रक्षा मंत्री को खुद यहां आना चाहिए था। अगर वे नहीं आ सकते थे तो राज्य मंत्री को अवश्य आना चाहिए था। गृह मंत्री को आना चाहिए था, प्रधानमंत्री कार्यालय से किसी को या फिर किसी राज्य मंत्री को आना चाहिए था।’
उन्होंने कहा, ‘मथुरा में सेना है। दिल्ली के केन्द्रीय कमान से किसी को आना चाहिए था। लेकिन जिस तरह की उदासीनता बरती गई है, उनकी (हेमराज के परिवार) शिकायतें जायज हैं।’ (एजेंसी)
First Published: Monday, January 14, 2013, 22:44