Last Updated: Wednesday, February 6, 2013, 20:46
बेंगलूरु : रक्षा मंत्री एके एंटनी ने बुधवार को कहा कि भारतीय वायु सेना से छत्तीसगढ़ की उस घटना की जांच तेज करने को कहा गया है जिसमें उसके सुरक्षाकर्मियों ने एक घायल पुलिसकर्मी और एक बख्तरबंद हेलीकाप्टर को छोड़ दिया था।
एयरो इंडिया में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने मामले को ‘भारत सरकार का अंदरूनी घरेलू मामला’ करार दिया और सुझाव दिया कि राई का पहाड़ नहीं बनाया जाना चाहिए।
एंटनी से गृह सचिव आर के सिंह द्वारा रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा को लिखे एक पत्र पर प्रतिक्रिया मांगी गयी थी। सिंह ने भारतीय वायुसेना के उन कर्मियांे के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी जो छत्तीसगढ़ में एक घायल पुलिसकर्मी और एक बख्तरबंद हेलीकाप्टर छोड़ गये थे। सिंह ने इस घटना को बेहद परेशान करने वाला करार दिया।
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय वायुसेना वास्तव में अर्धसैनिक बल को साजो सामान की मदद एवं प्रशिक्षण दे रही थी। उसने आपात स्थिति में फंसे लोगों को ले जाने के 172 अभियानों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया तथा कहीं से भी कोई शिकायत नहीं मिली। एक (अभियान) में समस्या हुई है। हम इसे गंभीरता से ले रहे हैं तथा मैंने उनसे इसकी गति तेज करने को कहा है। जब जांच पूरी हो जाएगी और विस्तृत रिपोर्ट आएगी, हम कार्रवाई करेंगे।
सिंह ने रक्षा मंत्रालय से कहा था कि वह मामले की जांच गठित कर इस मामले में समुचित कार्रवाई करे। यह घटना 16 जनवरी की है जब माओवादियों की गोलाबारी के कारण भारतीय वायुसेना के एक हेलीकाप्टर को आपात स्थिति में उतरना पड़ा था। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 6, 2013, 20:46