Last Updated: Tuesday, October 9, 2012, 14:36

नई दिल्ली : रक्षामंत्री एके एंटनी ने कहा कि सेना और वायु सेना के बीच हमलावर हेलीकॉप्टरों के नियंत्रण का मुद्दा ‘पारिवारिक समस्या’ है और सरकार इसका समाधान ढूंढ़ने के अंतिम चरण में है।
सेना यह कहकर युद्धक एवं मीडियम लिफ्ट हेलीकॉप्टरों का नियंत्रण मांग रही है कि ये ज्यादातर उसके अभियानों के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं । लेकिन रूसी मूल के एमआई-35, 25 हमलावर हेलीकॉप्टरों की दो स्क्वाड्रनों का संचालन करने वाली वायु सेना इस मांग का विरोध करती रही है। एंटनी ने प्रादेशिक सेना दिवस परेड समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा कि कोई विवाद या लड़ाई नहीं है। ये सभी पारिवारिक समस्याएं हैं और हम हल निकाल लेंगे। हम सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान निकालने के अंतिम चरण में हैं।
मंत्री से पूछा गया था कि क्या रक्षा मंत्रालय ने हमलावर और मीडियम लिफ्ट हेलीकाप्टरों का खुद का बेड़ा रखने की सेना की मांग को खारिज कर दिया है, जिसे लेकर दोनों बलों के बीच तकरार चल रही है। भारतीय वायुसेना ने हाल में कहा था कि इसने हमलावर और मीडियम लिफ्ट हेलीकॉप्टरों का खुद का बेड़ा रखने की सेना की मांग को खारिज कर दिया है। वायुसेना ने तर्क दिया था कि देश इन ‘छोटी वायु सेनाओं’ को वहन नहीं कर सकता। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 9, 2012, 14:36