Last Updated: Monday, September 24, 2012, 11:45

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता नवीन जिंदल कोलगेट पर एक बार फिर आरोपों में घिरते जा रहे हैं। डीएनए ने इस बात का खुलासा किया है कि नवीन जिंदल की पांच कंपनियों ने कोल ब्लॉक के लिए आवेदन किया जिसमें 4 कंपनियों के फोन नंबर एक ही थे। जब कंपनियां अलग होंगी तो फिर उनके फोन नंबर एक ही कैसे हो सकते है। इसका मतलब साफ है कि चार कंपनियां एक ही कंपनी थी इसलिए उनके फोन नंबर एक ही थे, जो नवीन जिंदल की थी।
डीएनए के मुताबिक 10 फीसदी कोल रिजर्व पर 3 निजी कंपनियों का कब्जा हुआ। ये कंपनियां नवीन जिंदल, जायसवाल और जिजोदिया से जुड़ी हुई थी। 10 साल में जिंदल, जायसवाल और जिदोदिया (3J) की कंपनियां 23 हजार फीसदी बढ़ी। नवीन जिंदल पर यह भी आरोप है कि उन्होंने कोल ब्लॉक हासिल करने के लिए गलत नेटवर्थ (कुल परिसंपत्ति) दिया।
गौरतलब है कि सीएजी की रिपोर्ट के मुताबिक कोयला ब्लॉकों के आवंटन में बोली न लगवाने से सरकारी खजाने को करीब 1.86 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सीएजी की इस रिपोर्ट के अनुसार कोयला ब्लॉकों को बोली की जगह नॉमिनेशन के आधार पर आवंटित किया गया। बोली की नीति लागू करने में देरी से प्राइवेट कंपनियों को फायदा हुआ। फायदा पाने वाली जिन 25 प्राइवेट कंपनियों के नाम गिनाए गए हैं, जिनमें एस्सार पावर, हिन्डाल्को इंडस्ट्रीज, टाटा स्टील, टाटा पावर और जिंदल स्टील ऐंड पावर के नाम हैं।
First Published: Monday, September 24, 2012, 11:45