Last Updated: Wednesday, February 1, 2012, 16:09
मुंबई : मुंबई में 13 जुलाई को हुए सिलसिलेवार विस्फोटों की जांच कर रहे महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) को बुधवार को जेल में बंद इंडियन मुजाहिदीन के ओहदेदार हारून नाइक की 10 फरवरी तक हिरासत की अनुमति मिल गई। हारून पर आतंकवादी हमलों को अंजाम देने में आर्थिक मदद करने और आपराधिक साजिश में भाग लेने का आरोप है। फिलहाल जाली नोट मामले में शहर के बाहर तालोजा जेल में बंद हारून मामले में गिरफ्तार किया गया चौथा शख्स है।
उसे 80 हजार रुपये मूल्य के जाली नोट रखने के आरोप में 22 अगस्त को यहां से गिरफ्तार किया गया था।
हारून की गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसी ने 13 जुलाई को हुए तिहरे विस्फोट में धन की आवाजाही पर ध्यान केंद्रित कर दिया और साजिशकर्ताओं के तौर पर आईएम के सदस्यों पर नजर रखी। हारून को आज स्थानीय मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट की अदालत के समक्ष पेश किया गया। एटीएस ने विस्फोट के मामले में उसकी हिरासत की मांग की थी।
सूत्रों के मुताबिक हारून आईएम के अन्य सदस्यों के संपर्क में रहा और जांच एजेंसी उसके संपर्कों की जांच करना चाहती है। इससे पहले सोमवार को संदिग्ध हवाला संचालक कंवर नैन वजीर चंद पतरिजा (42) को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था जिसने कथित रूप से आईएम के आला ओहदेदार यासीन भटकल को विस्फोटों को अंजाम देने के लिए 10 लाख रुपये दिये थे।
13 जुलाई को तीन स्थानों पर हुए विस्फोटों में 27 लोग मारे गये थे। एक अधिकारी के मुताबिक एटीएस को संदेह है कि हारून नाइक ने ही कंवर के जरिये भटकल तक 10 लाख रुपये पहुंचाने की व्यवस्था की। उन्होंने कहा कि विस्फोटों के लिए इस्तेमाल होने वाला पैसा भटकल तक पहुंचने से पहले कम से कम चार या पांच लोगों के हाथों से निकला था।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 1, 2012, 21:39