Last Updated: Monday, February 25, 2013, 22:14

नई दिल्ली : 2जी दूरसंचार स्पेक्ट्रम आवंटन मामले में सीबीआई के एक गवाह ने दस्तावेजों पर रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (एडीएजी) के चेयरमैन अनिल अंबानी के हस्ताक्षर की पहचान की। यह दस्तावेज एएए कंसल्टेंसी सर्विसेज कंपनी (प्राइवेट) लि. के खाता खोलने के फार्म के साथ लगाया गया था। यह कंपनी कथित तौर पर आरएडीएजी की ‘संबद्ध’ इकाई है।
सीबीआई ने दो अप्रैल 2011 को जारी आरोपपत्र में कहा था कि एएए कंसल्टेंसी सर्विसेज कंपनी (प्राइवेट) लि. एक रिलायंस एडीएजी से संबद्ध कंपनी है। समूह की कंपनी रिलायंस टेलीकाम लि. ने 2जी लाइसेंस हासिल करने के लिये एक अयोग्य कंपनी स्वान टेलीकाम का अपनी मुखौटा कंपनी के तौर पर उपयोग किया था।
मामले में रिलायंस एडीएजी के शीर्ष अधिकारियों..गौतम दोषी, हरि नायर तथा सुरेन्द पिपारा के साथ रिलायंस टेलीकाम लि., स्वान टेलीकाम तथा उसके प्रवर्तकों शाहिद उसमान बलवा तथा विनोद गोयनका के खिलाफ सुनवाई चल रही है।
सीबीआई गवाह के रूप में रिलायंस कम्युनिकेशंस के अध्यक्ष हसित शुक्ल ने अनिल अंबानी और उनकी पत्नी टीना अंबानी के उन दस्तावेजों पर किये गये हस्ताक्षर को पहचाना जो एएए कंसल्टेंसी सर्विसेज कंपनी का खाता खोलने वाले फार्म के साथ लगाया गया था। शुक्ल की गवाही आज पूरी नहीं हो पायी और वह कल भी जारी रहेगी। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 25, 2013, 22:14