Last Updated: Friday, May 3, 2013, 21:49
नई दिल्ली : 2जी घोटाले पर गठित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठक मंगलवार को हो सकती है जिसमें ‘आगे की कार्यवाही’ पर फैसला लिए जाने की उम्मीद है। बैठक में इसकी संभावनाएं ही ज्यादा हैं कि समिति विवादित रिपोर्ट को स्वीकार करने के मामले में और समय दिए जाने की मांग कर सकती है। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार द्वारा समिति के अध्यक्ष पी.सी. चाको को हटाने की समिति के 15 सदस्यों की मांग को अस्वीकार कर दिये जाने के बाद चाको ने बैठक के लिये सदस्यों से संपर्क करना शुरू कर दिया है।
जेपीसी की 7 मई को होने वाली इस बैठक में 2जी पर तैयार मसविदा रिपोर्ट को स्वीकार किये जाने की कम ही संभावना है। इस रिपोर्ट में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को क्लीन चिट दी गई है जबकि पूर्व दूरसंचार मंत्री ए. राजा को दोषी ठहराया गया है। सूत्रों का कहना है कि लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार की सदस्यों को आपसी मतभेद सुलझाने की हिदायत के बाद बैठक में ‘‘आगे की कार्यवाही’’ के बारे में फैसला लिया जा सकता है।
लोकसभा अध्यक्ष द्वारा जेपीसी सदस्यों को भेजे गये पत्र में कहा गया है, ‘आरोप प्रत्यारोप की वजह से संसद द्वारा किये गये विश्वास को ठेस पहुंची है। इसलिए यह समिति के अध्यक्ष और उसके सदस्यों के लिये जरूरी है कि आपसी मतभेद भुलाकर संसद के आदेश के अनुरूप रिपोर्ट सौंपे।’ सूत्रों ने कहा कि समिति का कार्यकाल 10 मई को बजट सत्र की समाप्ति के साथ ही समाप्त हो रहा है। ऐसे में समिति के अध्यक्ष चाको परिणाम पर पहुंचने के लिए समिति का कार्यकाल बढ़ाये जाने का अनुरोध करेंगे। सूत्रों का कहना है कि संसद की कार्यवाही अनिश्चितकाल के स्थगित होने से पहले समिति के मसौदा रिपोर्ट का अनुमोदन करना मुश्किल है। (एजेंसी)
First Published: Friday, May 3, 2013, 21:48