Last Updated: Saturday, June 9, 2012, 18:43

नई दिल्ली : सरकार की ओर से अपनी मांगों को खारिज किए जाने के बाद भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चला रही टीम अन्ना ने शनिवार को कहा कि वह पूर्व योजना के अनुसार 25 जुलाई से अनिश्चितकालीन अनशन करेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार शब्दों से खेल रही है और उसने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सवालों को अनुत्तरित छोड़ दिया है।
टीम अन्ना के सदस्य मनीष सिसोदिया ने कहा कि सरकार प्रगतिशील कानून बनाएंगे जैसे खोखले शब्दों का इस्तेमाल कर लोगों को मूर्ख बना रही है।
उन्होंने कहा, योजना के अनुसार हमारा प्रदर्शन 25 जुलाई से शुरू होगा। सरकार प्रगतिशील कानून बनाएंगे जैसे खोखले शब्दों का इस्तेमाल कर दिखावा कर रही है और लोगों को मूर्ख बना रही है।
सिसोदिया ने कहा कि कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के 14 सदस्यों के खिलाफ कोयला ब्लॉक के आवंटन और भ्रष्टाचार के अन्य आरोपों से संबंधित प्रासंगिक सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री कार्यालय ने अन्ना हजारे को जो पत्र लिखा है, वह इस बात का कोई सबूत नहीं देता है कि जो आरोप हमने लगाए हैं, वे गलत हैं।
यह बयान प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा हजारे को पत्र लिखे जाने के मद्देनजर आया है, जिसमें उनकी टीम की ओर से प्रधानमंत्री और अन्य मंत्रियों के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन करने और भ्रष्टाचार के आरोपी सांसदों के खिलाफ मुकदमे की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक अदालतों के गठन की उनकी मांग को खारिज किया गया है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, June 9, 2012, 18:43