`26/11 के हमलावरों को अलकायदा ने दिया था प्रशिक्षण`

`26/11 के हमलावरों को अलकायदा ने दिया था प्रशिक्षण`

`26/11 के हमलावरों को अलकायदा ने दिया था प्रशिक्षण`नई दिल्‍ली : भारत की गिरफ्त में आए मुंबई हमलों का दोषी आतंकी अबु हमजा से बीते कई दिनों से पूछताछ जारी है और हर दिन नए खुलासे सामने आ रहे हैं। हमजा ने एक और सबसे बड़ा खुलासा किया है कि 26/11 के हमलावरों को अलकायदा ने प्रशिक्षण दिया था। भारत के खिलाफ खुलते राज में हमजा ने यह भी कबूला है कि लश्‍कर-ए-तोएबा, तालिबान और अलकायदा के बीच गठजोड़ है।

लश्‍कर ने पाक-ईरान सीमा पर प्रशिक्षण कैंप बनाया था। मुंबई हमलों में शामिल कसाब समेत करीब 25 आतंकियों को अलकायदा की मदद से ट्रेनिंग दी गई थी।

हमजा ने यह भी स्‍वीकार किया है कि साल 2009 में वह पाकिस्‍तान की जेल में लश्‍कर आतंकी लखवी से मिला था। इसी साल उसकी मुलाकात आमिर रजा से भी हुई थी। गौर हो कि दिल्‍ली धमाकों के सिलसिले में मोस्‍ट वांटेड है। यह जानकारी भी सामने आई है कि लश्‍कर का खजांची सउदी अरब में रह रहा है और अंडरवर्ल्‍ड डॉन दाउद इब्राहिम के संपर्क में है। इन खुलासों के बाद पाकिस्‍तानी पासपोर्ट वाले तीन आतंकियों पर भारतीय खुफिया एजेंसियों और पुलिस की निगाह है।

इससे पहले, मुंबई पर 26 नवंबर 2008 को हमला करने वाले आतंकवादियों को पाकिस्तान से दिशा निर्देश दे रहे और अब भारत की गिरफ्त में आए अबू हमजा ने आतंकवाद का पहला पाठ उस समय सीखा था जब लश्कर-ए-तोएबा के आतंकवादी मोहम्मद असलम उर्फ असलम कश्मीरी ने नेपाल में 2004 में उसके लिए हथियार प्रशिक्षण की व्यवस्था की।

30 वर्षीय हमजा ने जांच कर रहे अधिकारियों को बताया कि उसे राजौरी, जम्मू कश्मीर के हसप्लोते निवासी असलम कश्मीरी ने ‘जेहाद’ का पाठ पढ़ाया था। गृह मंत्रालय को सौंपी गई पूछताछ रिपोर्ट के अनुसार अबू हमजा उर्फ जबीउद्दीन ने कहा कि पुंछ क्षेत्र के जरिए सीमा पार कराने के लिए महाराष्ट्र और गुजरात के चार युवक 2004 में असलम कश्मीरी को सौंपे गए थे लेकिन सेना ने उन्हें मार गिराया जिससे कश्मीरी की भूमिका को लेकर संदेह पैदा हो गया।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि असलम कश्मीरी ने जबीउद्दीन और फैयाज कगाजी से फिर संपर्क किया और उनसे हथियार प्रशिक्षण के लिए अपने साथ चलने को कहा, लेकिन चार युवकों के मारे जाने की घटना से यह संदेह पैदा हो गया था कि हो सकता है असलम कश्मीरी सेना के लिए काम कर रहा हो।

जबीउद्दीन ने जांचकर्ताओं को बताया कि इस पर असलम ने अपने बारे में यह साबित करने के लिए कि वह आतंकी समूह के लिए ही काम करता है, उनकी बात फोन पर पाकिस्तान में लश्कर-ए-तोएबा के शीर्ष आतंकियों से कराई। इसके बाद बीड़, महाराष्ट्र निवासी जबीउद्दीन चार लोगों के साथ नेपाल रवाना हुआ जहां उन्हें हथियार चलाने एवं आईईडी बनाने का प्रशिक्षण दिया गया।

First Published: Monday, July 2, 2012, 11:33

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