Last Updated: Friday, April 6, 2012, 08:17
ज़ी न्यूज ब्यूरोनई दिल्ली : विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने शुक्रवार को पाकिस्तान के उस दावे को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि 26/11 हमले के सूत्रधारों और लश्कर-ए-तोएबा के संस्थापक हाफिज सईद के खिलाफ भारत अब तक कोई ठोस सबूत नहीं दे पाया। पाक ने यह भी दावा किया था कि भारत इनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए इस्लामाबाद को कह रहा है।
पत्रकारों से बातचीत में कृष्णा ने कहा कि अभी तक कई डोजियर के जरिए भारत के गृह मंत्री ने 26/11 को मुंबई आतंकी हमले में हाफिज सईद की भूमिका और साजिश के खिलाफ पाकिस्तान को कई ठोस सबूत सौंपे हैं। उनकी तरफ से अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। कृष्णा ने यह भी कहा कि उन डोजियरों में सईद के आतंकी हमलों में शामिल होने के सबूत का ब्यौरा है। जब तक पाकिस्तान में कोई न्यायिक जांच नही होती है, जिम्मेदारी तय नहीं की जा सकती।
पत्रकारों के एक सवाल पर कि पाक राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के एक दिवसीय भारत दौरे के दौरान इस मुद्दे पर कोई चर्चा की जाएगी, उन्होंने कहा कि हालांकि मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि जरदारी के साथ इस विषय पर कोई चर्चा की जाएगी लेकिन इस बात की उम्मीद है। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत-पाक के द्विपक्षीय रिश्तों में विश्वास की कमी नहीं है और उम्मीद जताई कि दोनों पक्षों के बीच अभी कई महत्वपूर्ण मुद्दों भविष्य में उठाया जाएगा।
दक्षिण चीन सागर पर बीते दिनों चीन की धमकी पर कृष्णा ने कहा कि द. चीन सागर इलाका किसी की जागीर नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की यात्रा के दौरान रविवार को सभी द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत हो सकती है। कृष्णा ने यहां शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि दोनों देशों के बीच सभी द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। मुझे नहीं पता कि मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करने के लिए उनके पास पर्याप्त समय होगा या नहीं, लेकिन यह तय है कि प्रधानमंत्री उनके लिए दोपहर भोज आयोजित कर रहे हैं और ऐसे में कुछ द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिल सकता है।
जरदारी रविवार को अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के लिए प्रस्थान करने से पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सरकारी आवास पर उनसे बातचीत करेंगे और दोपहर भोज में हिस्सा लेंगे।
First Published: Friday, April 6, 2012, 16:13