Last Updated: Monday, December 17, 2012, 13:53

नई दिल्ली: भारत ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के षड्यंत्र में जमात उद दावा के संस्थापक हाफिज सईद की भूमिका को लेकर पाकिस्तान पर आज कथनी और करनी में अंतर होने का आरोप लगाया। सरकार ने कहा कि इस मामले में उनके गृह मंत्री रहमान मलिक को गलत जानकारियां दी गई क्योंकि पूर्व में हाफिज को जिन कारणों से गिरफ्तार किया गया उनमें मुंबई हमले का मामला शामिल नहीं था।
गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने सोमवार को राज्यसभा में पाकिस्तान के गृह मंत्री मलिक के 14 से 16 दिसंबर के भारत दौरे के बारे में अपनी ओर से दिए गए बयान में यह बात कही। उन्होंने कहा ‘मलिक हमें यह बात कई बार कह चुके हैं कि उन्होंने तीन बार हाफिज सईद को गिरफ्तार किया और हर बार उसे अदालतों ने सबूतों के अभाव में छोड़ दिया।’
शिंदे ने कहा ‘पाकिस्तान के गृह मंत्री द्वारा हमें यह समझाया गया कि हाफिज सईद को 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के षड्यंत्र में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उनके साथ हुई मेरी बातचीत के दौरान उन्होंने कहा था कि यदि हम चाहें तो वह हमें सईद की तीन बार की गिरफ्तारी संबंधी प्राथमिकी और अदालतों द्वारा उसे छोड़ने के निर्णय को उपलब्ध करा देंगे।’
उन्होंने कहा कि जब हमने इस मामले को उठाया तो उन्होंने सईद की वर्ष 2002 और 2009 में की गई गिरफ्तारी से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराए थे। हमें उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों से यह स्पष्ट है कि उपरोक्त मामलों में सईद की गिरफ्तारी अन्य कारणों से हुई थी, न कि 26/11 के मुंबई आतंकी हमले में एक षड्यंत्रकारी के रूप में उसकी भूमिका के कारण।’ उन्होंने कहा ‘अत: मैं केवल यही कह सकता हूं कि ऐसा लगता है कि रहमान मलिक को इस मामले में गलत जानकारी दी गई है।’ (एजेंसी)
First Published: Monday, December 17, 2012, 13:53