Last Updated: Sunday, August 26, 2012, 18:20

कोलकाता : पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम ने रविवार को कहा कि अंतरिक्ष या परमाणु कार्यक्रम जैसे मिशन शुरू करने में ‘पांचवें नंबर के देश’ जैसी स्थिति से आगे बढ़ते हुए भारत को पहला स्थान हासिल करने का प्रयास करना चाहिए।
कलाम ने सेंट्रल ग्लास एंड सेरेमिक रिसर्च इंस्टीट्यूट के स्थापना दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में यहां कहा कि देश ‘ पांचवें देश के सिंड्रोम’ से ग्रसित है क्योंकि जब भी यह कोई अंतरिक्ष या परमाणु कार्यक्रम जैसे बड़े मिशन की शुरुआत करता है तो ऐसा करने वाला चौथा या पांचवां देश होता है।
असम हिंसा का जिक्र करते हुए कलाम ने विभिन्न धड़ों की एकजुटता पर जोर दिया। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, हम सबको देखना चाहिए कि वे एक साथ आएं क्योंकि विचारों में एकरूपता अहम है। हमें मिलेजुले समाज की जरूरत है।
उन्होंने कहा, असम एक खूबसूरत प्रदेश है और निश्चित तौर पर वहां शांति आएगी। (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 26, 2012, 18:20