Last Updated: Tuesday, September 18, 2012, 00:13

नई दिल्ली: अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाले इंडिया अगेंस्ट करप्शन ने सोमवार को राजनीति में शामिल होने के मुद्दे पर किया गया अपना जनसर्वेक्षण सार्वजनिक कर दिया। अन्ना हजारे के विचारों के उलट, आईएसी ने दावा किया कि सर्वेक्षण में शामिल 76 प्रतिशत लोगों ने आंदोलन द्वारा राजनीतिक दल के गठन का समर्थन किया है।
हजारे मंगलवार को दिल्ली आएंगे और कार्यकर्ताओं से अपने आंदोलन को आगे ले जाने पर चर्चा करेंगे। हजारे ने समूह के राजनीति में उतरने के कदम से दूरी बनाने का एक और संकेत देते हुए कल कहा था कि जो लोग उनके साथ काम करना चाहते हैं, वह रालेगण सिद्धि में उनसे संपर्क करें।
आईएसी के अनुसार 7,37,041 में से 5,61,701 ने यानि 76 प्रतिशत लोगों ने राजनीतिक दल के गठन का समर्थन किया है। वहीं समर्थन ना करने वाले लोगों की संख्या 1,75,340 यानि 24 प्रतिशत है।
इस सर्वेक्षण के परिणाम हजारे के विचारों के विपरीत हैं। उन्होंने एक वीडियो पोस्ट में कहा था कि उन्हें लगता है कि बहुत सारे लोग राजनीतिक दल के गठन के खिलाफ हैं।
रविवार को एक ब्लॉग पोस्ट में 74 वर्षीय कार्यकर्ता ने यह भी कहा कि राजनीति से लोगों के बेहतर भविष्य का रास्ता नहीं निकलेगा। सर्वेक्षण के परिणामों पर टिप्पणी करते हुए केजरीवाल ने एक बयान में कहा कि वह 19 सितंबर को एक बैठक में हजारे के सामने इस सर्वेक्षण के परिणाम रखेंगे। साथ ही इस बैठक में राजनीतिक विकल्प के तरीकों पर भी फैसला लिया जाएगा।
बुधवार की बैठक से पहले हजारे कल शाम आईएसी के उन स्वंयसवेकों से भी मिलेंगे जो राजनीतिक दल के गठन के खिलाफ हैं।
गौरतलब है कि पूर्व टीम अन्ना आंदोलन के राजनीति रंग लेने के मुद्दे पर बंट गयी थी। जहां केजरीवाल और प्रशांत भूषण एक ओर हैं वहीं किरण बेदी और दूसरे कार्यकर्ता दूसरी ओर।
छह अगस्त को अनिश्चतकालीन अनशन को समाप्त किए जाने के बाद हजारे ने टीम अन्ना को भंग कर दिया था। हजारे तब से यह कहते आ रहे हैं कि वह कभी भी राजनीति दल का गठन नहीं करेंगे और ना ही चुनाव लड़ेंगे। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, September 18, 2012, 00:13