Last Updated: Saturday, August 18, 2012, 18:44
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को केंद्रीय मंत्री वी. नारायणसामी के शुक्रवार के बयान को विशेषाधिकार हनन का मामला बताया। नारायणसामी ने अपने बयान में कहा था कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) अपने अधिकार का पालन नहीं कर रहा है।
नारायणसामी ने शुक्रवार को कहा था, दुर्भाग्यवश, सीएजी के पास संविधान के तहत खास अधिकार हैं। लेकिन मेरे अनुसार, सीएजी द्वारा इस अधिकार का अनुसरण नहीं किया जा रहा है। भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी मंगलवार को संसद में उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। जावड़ेकर ने कहा, वी. नारायणसामी जैसे नेता ने जो कहा है वह विशेषाधिकार हनन है। हम मंगलवार को कार्रवाई करेंगे।
नारायणसामी ने यह टिप्पणी तब की थी, जब कोयला खण्ड आवंटन में अनियमितता पर एक रपट संसद में पेश की गई। जब कोयला खण्डों का आवंटन किया गया था, उस समय केंद्रीय कोयला मंत्रालय का प्रभार प्रधानमंत्री के पास था।
सीएजी ने कोयला खण्ड आवंटन पर अपनी रपट में सरकारी खजाने को 1.85 लाख करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान व्यक्त किया है। जावड़ेकर ने कहा, उनका भ्रष्टाचार सामने आ गया है, इसलिए अब वे दूसरों पर दोष मढ़ रहे हैं।
जावड़ेकर ने केंद्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल को भी आड़े हाथों लिया, जिन्होंने कहा था कि भाजपा शासित राज्य कोयला खण्डों के आवंटन के पक्ष में थे। जावड़ेकर ने कहा, केंद्र सरकार राज्यों की सिफारिशों पर काम नहीं करती। वे अनुवीक्षण समिति पर भी दोषारोपण कर रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि प्रधानमंत्री के हस्ताक्षर ने आवंटनों पर मुहर लगाई थी। जावड़ेकर ने कहा, कांग्रेस सरकार भ्रष्टाचार के अपने ही रिकॉर्ड तोड़ रही है, और दोष दूसरों पर मढ़ने की कोशिश कर रही है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, August 18, 2012, 18:40