Last Updated: Friday, October 12, 2012, 22:17
नई दिल्ली : कांग्रेस ने आज कहा कि डीएलएफ के साथ राबर्ट वाड्रा के कारोबारी लेनदेन में ‘कुछ भी गैरकानूनी, दुर्भावनापूर्ण या अनैतिक नहीं’ है। इसके साथ ही पार्टी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने अपनी ‘बी टीम’ इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) को पुराने गड़े मुर्दे उखाड़ने में लगा दिया है।
कांग्रेस ने आईएसी को ‘इनसिनुएशन एंड ऐलिगेशन कॉरपोरेशन’ करार देते हुए प्रशांत भूषण और उनके पिता शांति भूषण पर हिमाचल प्रदेश और इलाहाबाद के उनके पुराने जमीन के सौदों को लेकर भी निशाना साधा। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हमने कुछ दिनों पहले कहा था कि ‘इंनसिनुएशन एंड एलिगेशन कॉरपोरेशन’ भाजपा की बी टीम है। यह संदेह फिर से प्रबल होता है जब हम हिमाचल प्रदेश में एक जमीन के सौदे की तहकीकात करते हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस के एक विधायक सुधीर शर्मा ने विधानसभा में एक सवाल पूछा था कि पिछले तीन साल में कौन कौन से व्यक्ति या संस्था को चाय के बगान में जमीन खरीदने की इजाजत दी गई। उन्हें जवाब मिला कि सिर्फ एक संस्था कुमुद भूषण ऐजुकेशनल सोसाइटी को चाय बगान में जमीन खरीदने की इजातत दी गई। हिमाचल कांग्रेस की यह सूचना है कि शिक्षा संस्थान की बजाय वहां आवासीय काटेज बनाई जा रही है और यहां तक कि स्थानीय पंचायत से भी अनुमति नहीं ली गई।
उन्होंने कहा, ‘यहां सवाल यह उठता है कि तीन वर्ष में आखिर सिर्फ एक संस्था को जमीन खरीदने की अनुमति क्यों दी गई। यही लोग हैं जो नैतिकता का पाठ पढ़ाते हैं। तिवारी ने इलाहाबाद में शांतिभूषण से जुड़े जमीन के एक सौदे और उसमें स्टांप ड्यूटी से जुड़े मामले का उल्लेख किया। उन्होंने भाजपा पर झूठा प्रचार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दूसरों पर उंगली उठाने से पहले उसे अपने गिरेबां में झांक कर देख लेना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Friday, October 12, 2012, 22:17