Last Updated: Saturday, September 15, 2012, 00:32
ज़ी न्यूज़ ब्यूरोकोलकाता: सरकार में अहम सहयोगी तृणमूल कांग्रेस ने सरकार के किराना, एयरलाइंस में एफडीआई की कड़ी आलोचना की है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता ने सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर लिखा है कि सरकार का यह फैसला आम लोगों के हितों के खिलाफ है।
उन्होंने शुक्रवार को कहा कि रिटेल में एफडीआई की मंजूरी का फैसला हमारे लिए झटका है जिसका समर्थन हम नहीं कर सकते। ममता ने कहा कि सरकार के ये फैसले ना तो देश के हिते में है और ना ही जनता के। उन्होंने कहा कि यह तो लूट चल रही है। ममता ने सरकार के कल के उस फैसले की भी कड़ी आलोचना की जिसके तहत डीजल और गैस सिलेंडरो पर 6 सिलेंडर के बाद सब्सिडी खत्म करने का ऐलान किया गया था।
तृणमूल कांग्रेस ने मल्टीब्रांड खुदरा कारोबार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और डीजल के मूल्य में हुई वृद्धि को वापस लेने के लिए संप्रग सरकार को शुक्रवार को 72 घंटे की समय सीमा दी और पार्टी संसदीय दल की 18 सितंबर को आपात बैठक बुलाने का फैसला किया।
तृणमूल महासचिव और रेल मंत्री मुकुल रॉय ने कहा, ‘‘हम फैसले को वापस लेने के लिए 72 घंटे की समय सीमा दे रहे हैं। अगर सरकार ने हमारी बात नहीं सुनी तो मंगलवार को होने वाली तृणमूल संसदीय पार्टी की बैठक में हम चर्चा करेंगे और कठोर रुख अपनाएंगे।’’
सरकार ने शुक्रवर को मल्टीब्रांड खुदरा व्यापार में 51 प्रतिशत विदेशी पूंजी निवेश को मंजूरी दे दी है। सरकार की आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने शुक्रवार को हुई एक बैठक में ये फैसला लिया है। इसी के साथ सार्वजनिक क्षेत्र की चार कंपनियों में भी विनिवेश को मंजूरी दे दी गई है।
इस बारे में जानकारी देते हुए वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने यह भी बताया कि इसी के साथ नागरिक उड्डयन क्षेत्र में 49 प्रतिशत के विदेशी पूँजी निवेश को स्वीकृति मिली है।
गौरतलब है कि सत्ताधारी संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के सहयोगी ममता बनर्जी की तृणमूल और मुलायम सिंह की समाजवादी पार्टी पूर्व में इस कदम के खिलाफ रहे हैं।
First Published: Friday, September 14, 2012, 21:36