Last Updated: Thursday, August 8, 2013, 18:31
ज़ी मीडिया ब्यूरो/एजेंसी इस्लामाबाद/नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के लिए जरूरी है कि वे नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम बहाल करने के लिए प्रभावी कदम उठाए। इसके लिए भारत और पाक को प्रभावी कदम उठाने होंगे।
नवाज ने कहा कि दोनों देशों के नेतृत्व को हालात बिगड़ने नहीं देना चाहिए। एलओसी पर सीजफायर के लिए प्रभावी कदम लेने होंगे। शरीफ ने यह भी कहा कि यह दोनों देशों के नेतृत्व का कर्तव्य है कि वे हालात को बिगड़ने ना दें।
इससे पहले, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने नियंत्रण रेखा पर पांच भारतीय सैनिकों के मारे जाने के बाद भारत के साथ पैदा हुए तनाव की समीक्षा करने के लिए सेना और असैन्य अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। सूत्रों ने बताया कि यह बैठक विदेश मंत्रालय में हुई, जिसमें शीर्ष सैन्य अधिकारी और राष्ट्रीय सुरक्षा एवं विदेश मामलों पर प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सलाहकार सरताज अजीज शरीक हुए।
सउदी अरब की यात्रा से लौटने के बाद शरीफ की यह प्रथम बैठक है। मंगलवार को पांच भारतीय सैनिकों के मारे जाने के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव पैदा हो गया है।
उधर, नई दिल्ली में भारतीय रक्षा मंत्री एके एंटनी ने संसद में आज कहा कि यह अब स्पष्ट है कि हमले में पाकिस्तान सेना के विशेषज्ञता प्राप्त सैनिक शामिल थे और पाक अधिकृत कश्मीर से एक समूह ने नियंत्रण रेखा पार की और भारतीय सैनिकों की हत्या की। हालांकि, पाकिस्तान ने इस बात से इनकार किया है कि उसके सैनिक इस घटना में शामिल थे। इस्लामाबाद में सैन्य अधिकारियों ने कहा है कि नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी में दो पाकिस्तानी सैनिक घायल हो गए हैं।
गौरतलब है कि जून में शरीफ के नेतृत्व वाली नयी सरकार के इस्लामाबाद में शासन की बागडोर संभालने के बाद दोस्ताना संदेशों का आदान प्रदान हुआ था। इससे पहले आठ जनवरी को पुंछ सेक्टर में पाकिस्तानी सैनिकों के एक हमले में एक भारतीय सैनिक का सिर कलम किए जाने और एक अन्य सैनिक का क्षत विक्षत शव पाए जाने के बाद दोनों देशों के बीच वार्ता प्रक्रिया स्थगित हो गई थी।
First Published: Thursday, August 8, 2013, 18:31