Last Updated: Saturday, February 18, 2012, 12:11
नई दिल्ली : केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अम्बिका सोनी ने सरकार के प्रस्तावित आतंकवाद निरोधी खुफिया केंद्र का बचाव करते हुए शनिवार को कहा कि इस मामले का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। सोनी ने संवाददाताओं से कहा, 'देश में जब भी कभी बेगुनाह लोग आतंकवाद का शिकार हुए, तभी हमेशा चर्चा हुई और हर किसी ने कहा कि इस तरह के मुद्दों में राजनीति की कोई जगह नहीं होनी चाहिए।'
सोनी की प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है, जब एक दिन पहले ही शुक्रवार को 8 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधी केंद्र (एनसीटीसी) का कड़ा विरोध किया। सोनी ने कहा, 'मैं समझती हूं कि हर किसी को इस बात पर जोर देना चाहिए कि इस तरह के मामलों का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। सबसे बड़ी बात यह कि चिदम्बरम द्वारा घोषित इस प्रस्ताव के बारे में स्पष्ट किया जा चुका है कि यह प्रस्ताव किसी मौजूदा कानून में संशोधन की बात नहीं करता।'
सोनी ने स्पष्ट किया, 'मेरी समझ से यह एक प्रशासनिक निर्णय है। और मैं नहीं समझती कि केंद्र सरकार किसी भी रूप में संघीय व्यवस्था में हस्तक्षेप करना चाहती है या उसे कमजोर करना चाहती है। मैं समझती हूं कि मुख्यमंत्रियों को यह पता होना चाहिए कि (प्रधानमंत्री) डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार ऐसा नहीं करना चाहेगी।' एनसीटीसी देश में आतंकवादी खतरों पर जानकारी जुटाएगी और उनका विश्लेषण करेगी। यह एजेंसी पहली मार्च से काम करने लगेगी।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, February 18, 2012, 17:50