Last Updated: Saturday, April 13, 2013, 23:36
श्रीनगर : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू-कश्मीर में संदिग्ध हिज्बुल आतंकवादी लियाकत शाह की दो पत्नियों और उसके सहयोगी अशरफ मीर के परिजनों के बयान दर्ज किए।
सूत्रों ने कहा कि एनआईए अधिकारियों के एक दल ने कुपवाड़ा में उसकी पत्नियों के बयान दर्ज किए जबकि मीर के परिजनों से बांदीपुरा में संपर्क किया गया। दोनों इलाके उत्तर कश्मीर में हैं।
उन्होंने कहा कि एनआईए ने इन इलाकों के स्थानीय ‘सरपंचों’ के बयान भी दर्ज किए। दिल्ली पुलिस द्वारा शाह की गिरफ्तारी से संबंधित परिस्थितियों का पता लगाने के लिए बयान दर्ज किए गए। दिल्ली पुलिस ने उस पर आतंकवादी होने का आरोप लगाया जो दिल्ली में होली से पहले ‘फिदायी’ हमले की योजना बना रहा था।
शाह को नयी दिल्ली में कल एनआईए के एक विशेष अदालत ने 25 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वह तिहाड़ जेल में बंद है।
शाह की गिरफ्तारी की स्थितियों को लेकर दिल्ली तथा जम्मू..कश्मीर की पुलिस बंटी हुई है। केंद्र सरकार ने हाल में मामले को एनआईए को सौंप दिया।
दिल्ली पुलिस ने जहां दावा किया कि शाह की गिरफ्तारी से जहां उसने होली से पहले राष्ट्रीय राजधानी में होने वाले ‘फिदायी’ (आत्मघाती) हमले को रोक दिया वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा कि वह 1990 के दशक में भारत से बाहर चला गया था और राज्य की पुनर्वास नीति के तहत भारत में आत्मसमर्पण के लिए लौटा था।
जम्मू-कश्मीर के रहने वाले 45 वर्षीय शाह से 21 मार्च तक दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने पूछताछ की। (एजेंसी)
First Published: Saturday, April 13, 2013, 23:36