Last Updated: Sunday, January 20, 2013, 17:45
नई दिल्ली : अनुसंधानकर्ताओं को प्रेरित करने के लिए सरकार विदेशों में काम कर रहे शीर्ष भारतीय वैज्ञानिकों को आकर्षित करने के लिए पलक पांवड़े बिछाने की योजना बना रही है ताकि वे संस्थानों में यहां कुछ समय बिताएं।
योजना के मुताबिक, ऐसे ‘बेहद उच्च श्रेणी’ वाले वैज्ञानिकों को सालाना एक लाख अमेरिकी डॉलर (करीब 55 लाख रुपए) दिया जाएगा। साथ में उन्हें हर तरह की सुविधाओं से लैस आवास और भारत में एक से तीन साल के लिए स्थानांतरण खर्च भी दिया जाएगा। योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने सरकार के वैज्ञानिक विभागों के सचिवों को भेजे गए नोट में इस प्रस्ताव को रखा है।
अहलूवालिया ने मंगलवार को विज्ञान विभाग के सचिवों की बैठक बुलाई है जिसमें ‘राष्ट्रीय जवाहरलाल नेहरू विज्ञान फेलोशिप’ के गठन के प्रस्ताव पर चर्चा की जाएगी। फेलोशिप चुनिंदा वैज्ञानिकों को दिया जाएगा जिन्होंने वैज्ञानिक अनुसंधान के उन क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय उत्कृष्टता हासिल की है जो हमारी राष्ट्रीय प्राथमिकताओं में हैं।
अधिकारियों ने बताया कि चीन ने ऐसी ही एक योजना अपनाई थी और विदेशों में काम कर रहे एक हजार से ज्यादा वैज्ञानिकों को विभिन्न समयावधि के लिए आकर्षित कर पाने में सफल रहा। अनुसंधान करने वाले प्रोफेसर संस्थान के कर्मचारी नहीं होंगे और केंद्र उन्हें सीधे भुगतान करेगा। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 20, 2013, 17:45