Last Updated: Saturday, November 24, 2012, 21:19
नई दिल्ली : राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) ने आज एक पूर्व कमांडो के वित्तीय अनियमितता संबंधी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मुंबई हमले के जवाबी अभियान के लिए बल को उपहार में देने के लिए मिले चेकों का लेखा जोखा रखा गया है और निजी रूप से देने के लिए आए चेकों को वापस कर दिया गया।
एनएसजी मुख्यालय ने यहां पूर्व कमांडो नाइक सुरेंद्र सिंह के दावों पर स्पष्टीकरण और विस्तृत जवाब जारी किया। सिंह ने 2008 आतंकी हमलों के दौरान अपनी सेवा को सम्मानित करने से जुड़े चेकों और पुरस्कारों के प्रबंधन से संबंधित मुद्दे उठाये थे।
एनएसजी ने कहा कि गृह मंत्रालय के निर्देशों पर कमांडो को निजी रूप से जो चेक भेजे गये थे उन्हें इस अपील के साथ लौटा दिया गया कि इन चेकों को उसी स्थिति में स्वीकार किया जा सकता है जबकि वे ‘एनएसजी कल्याण कोष’ के नाम पर जारी हुए हों।
एनएसजी के ग्रुप कमांडर (खुफिया विभाग) अजय सिंह ने एक बयान में कहा कि कुल 22 लाख रूपये के 15 चेक गुडगांव के हाईटेक गियर्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और अध्यक्ष दीप कपूरिया की ओर से हासिल हुये थे और ये चेक ‘आपरेशन ब्लैक टोरनाडो’ (मुंबई अभियान) के दौरान घायल हुए जवानों को देने के लिए भेजे गये थे। इसमें नौ जनवरी 2009 का संख्या 4,09,796 का चेक सुरेंद्र सिंह के लिए था।
बयान में कहा गया कि वित्तीय मदद स्वीकार करने का प्रस्ताव गृह मंत्रालय को भेजा गया और यह प्रस्ताव इस विचार के साथ वापस आ गया कि प्रस्ताव पर सीसीएस के तहत विचार विमर्श किया गया अैार संबंधित प्राधिकार ने इस पर सहमति नहीं जताई। इसमें कहा गया कि यह सूचित किया गया कि यह उचित रहेगा कि धन को एनएसजी कल्याण कोष में जमा किया जाए। इसलिए सभी 15 चेक दीप कपूरिया को लौटा दिये गये जिसमें सुरेंद्र सिंह के लिए आया दो लाख रूपये का चेक शामिल है। इसके बाद कोई राशि वापस नहीं आई।
सिंह ने दावा किया था कि मुंबई हमले के अभियान में घायल हुए एनएसजी कमांडोज को चेकों के रूप में कई उपहार मिले थे लेकिन बल ने इन्हें संबंधित लोगों तक नहीं पहुंचाया। (एजेंसी)
First Published: Saturday, November 24, 2012, 21:19