Last Updated: Saturday, May 11, 2013, 19:43

नई दिल्ली : भ्रष्टाचार सहित हर मोर्चे पर संप्रग सरकार के विफल रहने का आरोप लगाते हुए भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह यदि स्वयं ईमानदारी से आत्मनिरीक्षण करें तो उनके पास इस्तीफे के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘आजादी के बाद से शायद यह पहली सरकार है, जिस पर इतने गंभीर आरोप लगे हैं। भ्रष्टाचार के कारण स्थिति बद से बदतर हो गयी है। कोलगेट, रेलगेट और खेलगेट प्रश्न सिर्फ एक या दो मंत्रियों का नहीं है। प्रश्न यह है कि पिछले कुछ दिन से जो चल रहा है, वह व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न उठाता है।’
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री और सोनिया गांधी (कांग्रेस अध्यक्ष) जवाब दें क्या लोकतंत्र में लोकलाज का कोई महत्व नहीं है ? राजनीति में मूल्यों की कोई जगह नहीं है। प्रधानमंत्री आप स्वयं आत्मनिरीक्षण करें कि क्या करना चाहिए? यदि प्रधानमंत्री ने ईमानदारी से आत्मनिरीक्षण किया तो इस्तीफे के अलावा कोई विकल्प नहीं है।’
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी ‘वाचडाग’ की भूमिका निभा रही है। हम अपनी लडाई संसद के भीतर लड़ चुके हैं और अब सडक पर जाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने ऐलान किया कि 27 मई से दो जून के बीच भाजपा देश भर में जेल भरो आंदोलन करेगी और जगह-जगह पंचायतें कर जनता को संप्रग सरकार की कारगुजारियों से अवगत कराएगी।
राजनाथ सिंह ने कहा कि अब इस सरकार के पास एकमात्र विकल्प यह है ,कि इसे जाना चाहिए। चुनाव के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। सरकार की साख और विश्वसनीयता समाप्त हो चुकी है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पार्टी के अत्यंत खराब प्रदर्शन के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि केवल भाजपा ही ऐसी पार्टी है जो सत्ता दांव पर लगा सकती है पर भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं कर सकती। कर्नाटक के चुनाव परिणामों के बाद अब भाजपा वहां और अधिक मेहनत करेगी। कर्नाटक में हम जनता के बीच जाएंगे और उसका विश्वास हासिल करेंगे।
सिंह ने उम्मीद जतायी कि जनता समझेगी कि भाजपा उसूल की राजनीति करती है। हम राजनीति केवल सरकार बनाने के लिए नहीं करते। सरकार बनाना भी उसका हिस्सा है।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जनता से जुडे महत्वपूर्ण विधेयक मसलन खाद्य सुरक्षा और भूमि अधिग्रहण जैसे विधेयकों को कुछ संशोधनों सहित संसद के आगामी सत्र में पारित कराने में भाजपा सहयोग करेगी। ‘‘लेकिन सरकार को सावधानी बरतनी होगी कि इस बीच कोई और मामला प्रकाश में न आ जाए।’’
कर्नाटक सहित तीन राज्यों के हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन और इसी के आलोक में देश के आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन के बारे में पूछने पर सिंह ने कहा, ‘‘भाजपा की सफलता का समय अब आ गया है। प्रतीक्षा करें। 2014 में भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार बनेगी। जब कभी लंबी छलांग लगानी होती है तो चार कदम पीछे हटना पडता है।’
संप्रग पर प्रहार जारी रखते हुए सिंह ने कहा कि 2004 में जब मनमोहन सिंह पहली बार प्रधानमंत्री बने थे तो कहा गया था कि देश की अर्थव्यवस्था सुधरेगी और सिद्धांतवादी राजनीति का युग शुरू होगा लेकिन आज की तारीख में उनकी दोनों ही छवि ध्वस्त हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच कर रही जेपीसी के समक्ष पेश होने का आग्रह पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा बार बार कर रहे हैं लेकिन उन्हें यह मौका नहीं दिया जा रहा है।
सिंह ने सोनिया और मनमोहन से सवाल किया कि क्या भ्रष्टाचार को ढंकने की कोशिश हो रही है ? ‘‘देश की जनता जवाब चाहती है कि सत्ता बडी है या फिर राष्ट्र । यदि दोनों मंत्रियों (रेल मंत्री पवन कुमार बंसल और कानून मंत्री अश्वनी कुमार) के इस्तीफे संसद सत्र चलते हो जाते तो बजट सत्र की कार्यवाही सुचारू रूप से चलती।
उन्होंने कहा कि भाजपा सहित विपक्षी दलों की चिन्ता दो महत्वपूर्ण विधेयकों यानी खाद्य सुरक्षा और भूमि अधिग्रहण विधेयकों को लेकर है। हम चाहते थे कि कुछ संशोधनों सहित ये विधेयक पारित हो जाते। लेकिन कांग्रेस अब घडियाली आंसू बहा रही है। सदन नहीं चलने के पीछे कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग जिम्मेदार है।
सिंह ने कहा कि अश्वनी कुमार कह रहे हैं कि उन्होंने कोई गलती नहीं की लेकिन देश उनसे जानना चाहता है कि उन्होंने किसे बचाने के लिए ये सब किया। क्यों सीबीआई की उस रिपोर्ट में अपने कार्यालय में फेरबदल किया जो उच्चतम न्यायालय में पेश की जानी थी।
महंगाई बढने के लिए संप्रग सरकार को दोषी ठहराते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर की बुनियाद रखने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राजग सरकार जानी जाएगी जबकि इसका दु:खद अंत करने के लिए मनमोहन सिंह जाने जाएंगे। (एजेंसी)
First Published: Saturday, May 11, 2013, 13:26