Last Updated: Saturday, March 23, 2013, 15:30

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को कला तथा साहित्य समेत विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिये 15 हस्तियों को सूबे के प्रतिष्ठित ‘यश भारती’ पुरस्कार से सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने प्रख्यात समाजवादी चिंतक डाक्टर राम मनोहर लोहिया की 103वीं जयन्ती पर यहां आयोजित भव्य समारोह में शास्त्रीय कलाकार छन्नू लाल मिश्र, साहित्यकार राजेन्द्र यादव, शायर वसीम बरेलवी, क्रिकेट खिलाड़ी सुरेश रैना, गायक जावेद अली तथा अभिजीत भट्टाचार्य, साहित्यकार मस्तराम कपूर, रंगकर्मी आमिर रजा हुसैन, पहलवान नरसिंह यादव तथा अंशु तोमर, हाकी खिलाड़ी विवेक गुप्ता, कवयित्री सरिता शर्मा, साहित्यकार मस्तराम कपूर, साहित्यकार प्रोफेसर सत्यमित्र दुबे तथा डाक्टर रामकृष्ण राजपूत को यश भारती से सम्मानित किया गया।
इस पुरस्कार के तहत 11 लाख रुपए, प्रशस्ति पत्र तथा शाल भेंट की जाती है।
हालांकि डाक्टर राजेन्द्र यादव, अभिजीत भट्टाचार्य, सुरेश रैना, जावेद अली तथा मस्तराम कपूर अलग-अलग कारणों से यह पुरस्कार लेने के लिये नहीं पहुंच सके। उनकी जगह यह पुरस्कार उनके प्रतिनिधियों ने ग्रहण किये।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ‘यश भारती’ प्राप्त करने वाली हस्तियों को बधाई देते हुए कहा ‘आज जितने लोगों का सम्मान हुआ मैं उनको यह पुरस्कार स्वीकार करने के लिये धन्यवाद देता हूं।’
उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में यह पुरस्कार स्थापित किया था इसका मकसद विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान करने वाले कलाकारों को सम्मान देना था। जो शुरुआत की गयी थी उसी को मौजूदा सपा सरकार आगे बढ़ा रही है।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार ने यश भारती पुरस्कारों की शुरुआत की थी। उसके बाद सत्तारूढ़ हुई बसपा सरकार ने इन पुरस्कारों को बंद कर दिया था।
उन्होंने जय प्रकाश इंटरनेशनल सेंटर तथा ‘छोटे लोहिया’ के नाम से मशहूर रहे समाजवादी नेता जनेश्वर मिश्र के नाम पर बनने वाले पार्क का शिलान्यास करते हुए उनके समय से पहले निर्मित हो जाने की उम्मीद जताई।
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने इस मौके पर कहा कि आज यश भारती पुरस्कार प्राप्त करने वाले कलाकार भविष्य में भी बेहतरीन योगदान करते रहेंगे। उन्होंने साहित्यकारों से अपील की कि वे देश के मौजूदा राजनीतिक तथा सामाजिक हालात पर चिंतन तथा उनके हल को अपने-अपने फन के जरिये सामने रखें।
यादव ने राम मनोहर लोहिया को याद करते हुए कहा ‘लोहिया जी ने हमें अन्याय के खिलाफ अहिंसात्मक आंदोलन करने की सीख दी। उनके सिद्धांतों पर चलने के कारण ही सपा को विधानसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत मिला।’
उन्होंने कहा ‘लोहिया जी ने दुनिया में जहां भी अन्याय और अत्याचार हुआ, उसका विरोध दर्ज कराया। लोहिया जी जो सोचते थे, वही करते थे। सपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं को उनसे सीखना होगा।’
यादव ने महिलाओं को राजनीति में लाने की मजबूत पैरवी करते हुए कहा ‘महिलाएं जब तक राजनीति में नहीं आएंगी तब तक सम्पूर्ण परिवर्तन नहीं हो सकता। यह पार्टी के नेताओं को सोचना होगा।’
उन्होंने कहा ‘हम योग्य और क्षमतावान महिलाओं को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल करेंगे। ये मेरे निर्देश हैं कि महिलाओं को आगे बढ़ाया जाए।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 23, 2013, 15:30