Last Updated: Wednesday, October 24, 2012, 14:55
चेन्नई : तमिलनाडु में बिजली की भारी कमी पर केंद्र का ध्यान खींचते हुए मुख्यमंत्री जयललिता ने बुधवार को केंद्र सरकार से कहा कि दिल्ली सरकार ने जो 1700 मेगावाट बिजली को छोड़ने की पेशकश की है उसे उनके राज्य को आवंटित किया जाए।
जयललिता ने कहा कि दिल्ली सरकार ने एक नवंबर, 2012 से 31 मार्च, 2013 के दौरान विभिन्न केंद्रीय बिजलीघरों से उत्पादित 24 घंटे की अवधि में 230 मेगावाट और रात 12 बजे से सुबह छह बजे की अवधि के लिए 1491 मेगावाट विद्युत नहीं लेने का प्रस्ताव रखा है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे पत्र में जयललिता ने कहा कि ‘तमिलनाडु उत्पादन और वितरण निगम लिमिटेड’ :तनजेडको: ने बिजली मंत्रालय से अनुरोध किया है कि छोड़ी गयी पूरी बिजली तमिलनाडु को आवंटित करे और इसके लिए प्राथमिकता के आधार पर जरूरी कॉरिडोर प्रदान करने का बंदोबस्त किया जाए। उन्होंने कहा कि मैं तमिलनाडु को इस भारी बिजली संकट से उबारने में आपसे हस्तक्षेप का अनुरोध करती हूं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 24, 2012, 14:55