Last Updated: Friday, April 26, 2013, 22:42

अमृतसर : भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की बहन ने शुक्रवार को कहा कि संसद हमले के दोषी अफजल गुरू की फांसी के बाद उनके भाई की जान को पाकिस्तान में लगातार खतरा बना हुआ था और हमले की आशंका को लेकर उन्होंने अधिकारियों से मुलाकात की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई ।
लाहौर की कोटलखपत जेल में अपने भाई पर कैदियों द्वारा हमला किए जाने पर हैरत जताते हुए दलबीर कौर ने कहा कि अफजल गुरू की फांसी के बाद से वे (पाकिस्तानी कैदी) सरबजीत को गंभीर नतीजे भुगतने की धमकी दे रहे थे । सरबजीत पर दो पाकिस्तानी कैदियों ने उसे समय कुंद वस्तु से हमला किया जब उन्हें एक घंटे के अवकाश के लिए उनकी कोठरियों से बाहर लाया गया । सरबजीत को सिर में गंभीर चोटें आई हैं और वह लाहौर में सरकार संचालित जिन्ना अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती है ।
कौर ने फोन पर कहा कि भारतीय नेतृत्व को इस बारे में अवगत करा दिया गया था, लेकिन किसी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया । उनके अनुसार सरबजीत के वकील अवैस शेख ने भी अपनी भारत यात्रा के दौरान इन धमकियों के बारे में सूचित किया था । (एजेंसी)
उन्होंने कहा कि मामले को उच्च स्तर पर उठाए जाने के बावजूद ‘‘दुर्भाग्य से किसी ने भी मेरे भाई के जीवन को बचाने के लिए गंभीरता नहीं दिखाई जो अस्पताल में जिन्दगी और मौत से जूझ रहा है ।’’ कौर ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा अन्य नेताओं से आग्रह किया कि वे अस्पताल में सरबजीत को देखने के लिए ‘‘भारतीय उच्चायोग को निर्देश दें ।’’ उन्होंने भारतीय नेतृत्व से उनके और उनके परिवार के लिए तत्काल वीजा उपलब्ध कराने का आग्रह भी किया, ताकि वे उसे देखने पाकिस्तान जा सकें ।
First Published: Friday, April 26, 2013, 22:42