अफजल की फांसी पर कश्मीर में प्रदर्शन, 3 मरे

अफजल की फांसी पर कश्मीर में प्रदर्शन, 3 मरे

श्रीनगर : संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के खिलाफ कश्मीर घाटी में प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षाबलों की कथित गोलीबारी में कल घायल हुए एक युवक की आज तड़के मौत हो गई। इसके साथ ही पिछले शनिवार से शुरू हुई झड़पों में मरने वालों की संख्या तीन हो गई है। जम्मू कश्मीर सरकार ने प्रदर्शनों के दौरान तीन युवकों के मरने की घटनाओं की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं, जबकि घाटी में आज तीसरे दिन भी कफ्र्यू जारी रहा।

एक आधिकारिक प्रवक्ता ने मंडलायुक्त कश्मीर असगर समून के हवाले से कहा, ‘‘संबंधित उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों (गंदेरबल तथा बारामूला जिलों) को मौत के मामलों में तत्काल प्राथमिकी दर्ज करने मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिए गए हैं ।’’ आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि आज घाटी में स्थिति शांतिपूर्ण रही और अब तक कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है ।

एसकेआईएमएस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक एजाज मुस्तफा ने बताया कि कल बारामूला जिले के वाटरगाम में सुरक्षाबलों की कथित गोलीबारी में घायल हुए उबैद मुश्ताक की आज तड़के तीन बजे मौत हो गई ।

दो युवकों की कल गंदेरबल में एक नदी में डूब जाने से उस समय मौत हो गई थी जब प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों का पीछा किया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जमीर अहमद डार नाम के एक युवक का शव आज सुबह गंदेरबल जिले में झेलम नदी से निकाला गया। नदी में डूबे दूसरे युवक की पहचान तारिक अहमद भट के रूप में हुई है।

उन्होंने बताया कि जब डार का शव पोस्टमार्टम के लिए उपजिला अस्पताल ले जाया जा रहा था तो भीड़ ने गंदेरबल के एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट गुलाम मोहम्मद खटाना और उनके सुरक्षाकर्मी फैयाज अहमद की पिटाई कर दी ।

सूत्रों ने कहा कि खटाना और उनके सुरक्षाकर्मी को पुलिस ने भीड़ पर आंसू गैस के गोले छोड़कर बचाया। दोनों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जेकेएलएफ के संस्थापक मोहम्मद मकबूल बट की 29वीं बरसी पर व्यापक प्रदर्शनों की आशंका के चलते घाटी में प्रतिबंध और कड़े कर दिए गए हैं। बट को एक पुलिस अधिकारी की हत्या के मामले में 1984 में दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी।

सुरक्षा कड़ी करने के लिए जम्मू से सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) की 14 कंपनियां कश्मीर भेजी गई हैं। जम्मू और दिल्ली से सीआरपीएफ की अतिरिक्त 10 कंपनियां भी कश्मीर पहुंचने वाली हैं। प्रवक्ता ने कहा कि मंडलायुक्त ने मृतकों के परिजनों को एक..एक लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। इस बीच, मोबाइल इंटरनेट सेवा एहतियात के तौर पर तीसरे दिन भी ठप रही। कफ्र्यू के चलते अखबार भी नहीं छपे। (एजेंसी)

First Published: Monday, February 11, 2013, 23:00

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