Last Updated: Saturday, February 23, 2013, 20:09

श्रीनगर : अलगाववादी जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के अध्यक्ष यासीन मलिक ने कहा है कि यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि संसद हमले के अभियुक्त अफजल गुरु की दया याचिका खारिज कर दी गई और उसे गुपचुप तरीके से फांसी पर चढ़ा दिया गया।
उन्होंने हाल ही में पाकिस्तान के अपने दौरे के दौरान एक स्थानीय दैनिक से कहा कि दया याचिका खारिज होने के बाद अफजल को फिर अदालत जाने का पूरा संवैधानिक एवं कानूनी हक था लेकिन उसे उस अवसर से वंचित कर दिया गया। मलिक ने कहा कि जिस मानसिकता ने गांधी की हत्या की थी, उसी मानसिकता की वजह से अफजल को फांसी पर चढ़ा दिया गया।
उसने कहा, ‘केवल शिवसेना, बजरंग दल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मांग की थी कि अफजल को फांसी पर चढ़ाया जाए। क्या अफजल को फांसी पर चढ़ाने का फैसला इन अतिवादियों को संतुष्ट रखने के लिए किया गया। यही विचारधारा एवं लोग हैं जिन्होंने गांधी की हत्या की थी।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, February 23, 2013, 20:09