अलागिरी के बेटे के खिलाफ गैर जमानती वारंट

अलागिरी के बेटे के खिलाफ गैर जमानती वारंट

मदुरै : मदुरै की एक अदालत ने केंद्रीय मंत्री एम के अलागिरी के पुत्र दुरै दयानिधि के खिलाफ करोड़ों रुपये के अवैध ग्रेनाइट खनन घोटाला मामले में सोमवार को गैर जमानती वारंट जारी किया। उधर, द्रमुक प्रमुख करुणानिधि ने यह कहते हुए आश्चर्य जताया कि वह नहीं जानते कि क्यों उनका प्रपौत्र छिप रहा है। पुलिस ने मेलूर में न्यायिक मजिस्ट्रेट वी जयकुमार के समक्ष याचिका दायर की थी, जिसमें दयानिधि के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था। विशेष पुलिस दल उनकी तलाश कर रहा है।

दयानिधि और नौ अन्य लोग इस आरोप का सामना कर रहे हैं कि उनके स्वामित्व वाली कंपनियों ने बिना अनुमति के रेत और ग्रेनाइट का खनन किया। गैर जमानती वारंट के संबंध में संवाददाताओं के सवाल पर करुणानिधि ने कहा कि मैं नहीं जानता कि दुरै क्यों छिप रहा है। सरकार और न्यायपालिका कानूनन आगे बढ़ सकती है। मैं चिंतित नहीं हूं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जयललिता सरकार उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ अंधाधुंध मामले दायर कर रही है।

दयानिधि ने इससे पहले अपने खिलाफ गिरफ्तारी वारंट के संबंध में पुलिस की याचिका का यह कहते हुए विरोध किया था कि उन्होंने मामले में बदली परिस्थितियों के मद्देनजर उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है।

उन्होंने कहा था कि अदालतों द्वारा सिर्फ इस बात के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी नहीं किया जा सकता कि जांच में सहायता के लिए आरोपी को पुलिस के समक्ष पेश किया जा सके और जो काम सीधे तौर पर नहीं किया जा सकता उसे परोक्ष तौर पर (अदालतों के जरिए) नहीं किया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें राजनैतिक तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा है क्योंकि वह केंद्रीय मंत्री अलागिरी के पुत्र और द्रमुक अध्यक्ष एम करुणानिधि के प्रपौत्र हैं। (एजेंसी)

First Published: Monday, October 15, 2012, 22:26

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