Last Updated: Wednesday, July 25, 2012, 13:03

कोकराझार: निचले असम में आज अल्पसंख्यक प्रवासियों तथा बोडो आदिवासियों के बीच झड़पें होने और आगजनी की खबरें हैं।
हिंसा से प्रभावित कोकराझार जिले में देखते ही गोली मार देने का आदेश प्रभावी है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि चिरांग जिले के दूरस्थ गांवों में झड़पें होने और आगजनी की खबरें हैं। यहां रात्रि में कर्फ्यू जारी है। धुबरी जिले में भी रात्रि में कर्फ्यू लगाया जा रहा है।
असम का शेष देश से रेल संपर्क कटा हुआ है क्योंकि राज्य में ट्रेन सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। असम जा रहे कई यात्री असम और अन्य जगहों से लगने वाली पश्चिम बंगाल की सीमा पर कूचबेहार में भटक रहे हैं। खाने और पीने के पानी का संकट होने की भी खबरें हैं जिसकी वजह से यात्रियों ने विरोध जताया।
आधिकारिक तौर पर मृतकों की संख्या 32 बताई जाती है लेकिन चिरांग के उपायुक्त उपेंद्रनाथ बोरा ने बताया कि तीन और शव मिलने की खबर है जिसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। हिंसा से करीब एक लाख लोग प्रभावित हुए हैं और कोकराझार, चिरांग और धुबरी में 125 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं।
सूत्रों ने बताया कि सेना की 21 वीं माउंटेन डिवीजन का 18 वां कॉलम हिंसाग्रस्त जिलों की ओर जा रहा है। असम विधानसभा का सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आज हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा करने वाला है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 25, 2012, 13:03