Last Updated: Tuesday, March 19, 2013, 19:04

श्रीनगर: श्रीनगर में 13 मार्च को हुआ आत्मघाती आतंकवादी हमला पाकिस्तानी आतंकवादी गुट लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो आतंकवादियों द्वारा किया गया था, जिसमें उनकी सहायता सीमा पार के आतंकवादी कमांडरों ने की थी। पुलिस के एक उच्च अधिकारी ने यह जानकारी मंगलवार को दी।
श्रीनगर के बेमिना इलाके में हुए इस आत्मघाती आतंकी हमले में केंद्रीय आरक्षी पुलिस बल (सीआरपीएफ) के पांच जवान शहीद हो गए थे जबकि दो आतंकवादियों को मार गिराया गया था। हमले में छह सीआरपीएफ के जवानों सहित नौ अन्य लोग घायल हुए थे।
कश्मीर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक अब्दुल गनी मीर ने पत्रकारों को बताया कि 13 मार्च को श्रीनगर में हुए आतंकवादी हमले की जांच पूरी हो गई है तथा मामले को सुलक्षा लिया गया है।
मीर ने कहा कि जांच के अनुसार यह आतंकी हमला एलईटी के दो आतंकवादियों, पाकिस्तान के डेरा गाजी खान के रहने वाले सैफ तथा मुल्तान के रहने वाले हैदर ने किया था। सैफ तथा हैदर ने यह आतंकी हमला सीमा पार स्थित लश्कर के कमांडर अहमद भाई तथा प्रमुख संचालक अनस बिलाल के इशारे पर किया।
मीर ने आगे कहा कि पाकिस्तानी कमांडर मुहम्मद जुबैर उर्फ ताल्हा जरार तथा कश्मीर के बारामूला जिले के उरी निवासी लश्कर के सहायक कमांडर बशीर अहमद मीर उर्फ हारून ने दोनों आतंकियों को हमले के लिए सहायता प्रदान की थी। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान बशीर अहमद मीर तथा मुहम्मद जुबैर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 19, 2013, 19:04