उत्तराखंड में सीएम पर कांग्रेस में संघर्ष - Zee News हिंदी

उत्तराखंड में सीएम पर कांग्रेस में संघर्ष




देहरादून : उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर कांग्रेस आलाकमान ने काफी जद्दोजहद के बाद संकेत दिया है कि इस पद पर किसी विधायक को ही तवज्जो दी जाएगी। इससे केंद्रीय मंत्री हरीश रावत की दावेदारी काफी पीछे छूट गई लगती है।

 

पार्टी हाईकमान के निर्देश पर आये कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद और पार्टी में उत्तराखंड प्रभारी वीरेन्द्र सिंह ने राज्य में 32 नवनिर्वाचित विधायकों में से प्रत्येक के साथ अलग से बातचीत की। दोनों ने अपनी रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप दी।

 

दोनों नेताओं ने तीन निर्दलीय विधायकों मंत्री प्रसाद नैथाणी और दिनेश धनाई (दोनों कांग्रेस बागी) तथा उत्तराखंड क्रांति दल के विधायक प्रीतम सिंह पंवार से भी मुलाकात की।

 

कांग्रेस पर्यवेक्षकों की एक अन्य निर्दलीय हरीश दुर्गपाल से मुलाकात नहीं हो सकी। वह अपने पुत्र के विवाह में भाग लेने के लिए कुमाउं क्षेत्र में गये हुए थे। वह भी कांग्रेस के बागी उम्मीदवार हैं।

 

आजाद ने कहा, हमने नवनिर्वाचित विधायकों के साथ विचार विमर्श किया। अब हम इन विधायकों के विचारों के बारे में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि नये नेता का चुनाव एक या दो दिन में हो जायेगा।

 

निवर्तमान विपक्ष के नेता हरक सिंह रावत, केन्द्रीय मंत्री हरीश रावत, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख यशपाल आर्य तथा पार्टी के वरिष्ठ नेता विजय बहुगुणा और इंद्रा हृदयेश मुख्यमंत्री पद की दावेदार हैं। किसी विधायक के मुख्यमंत्री बनाए जाने का संकेत मिलने से रावत का दावा कमजोर हो गया है, हालांकि सूत्रों का कहना है कि पार्टी के कई विधायक रावत का समर्थन कर रहे हैं।

 

कांग्रेस विधायक दल का नेता चुनना पार्टी के लिए एक जटिल काम बन गया है क्योंकि तीनों निर्दलीय विधायकों की परस्पर विरोधाभासी पसंद है। इन निर्दलीय विधायकों का समर्थन सरकार बनाने के लिए बेहद आवश्यक है। धनाई ने जहां मुख्यमंत्री के तौर पर बहुगुणा का समर्थन किया है, वहीं नैथाणी ने सतपाल महाराज का समर्थन किया है जबकि दुर्गपाल हृदयेश का पक्ष ले रहे हैं।

 

उत्तराखंड में 70 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 32 विधायक हैं तथा पार्टी को बहुमत के लिए चार की दरकार है। पार्टी को तीन निर्दलीय और यूकेडी (पी) के एक विधायक के समर्थन की जरूरत है। वीरेन्द्र सिंह ने कहा, हम सभी विधायकों का मत लेंगे और शीघ्र ही कांग्रेस विधायक दल के नये नेता का चुनाव करेंगे।  (एजेंसी)

First Published: Sunday, March 11, 2012, 00:11

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