Last Updated: Wednesday, June 26, 2013, 00:27

गौचर/सोनप्रयाग: उत्तराखंड में बारिश और भीषण बाढ़ के बीच राहत अभियान में लगे वायुसेना के एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से 20 लोगों के मरने की आशंका है। दूसरी ओर इस भयावह आपदा में अब भी करीब 8,000 लोग फंसे हुए हैं।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एम शशिधर रेड्डी ने बताया कि दुर्घटना स्थल से आठ शव बरामद किए गए हैं जिनमें वायुसेना के पांच कर्मी हैं। एमआई-17 हेलीकॉप्टर रिपीट एमआई-17 हेलीकॉप्टर में 20 लोग सवार थे और किसी भी जीवित होने की संभावना क्षीण है। रेड्डी ने बताया ‘8 शव बरामद किए गए हैं।’
उधर, इस आपदा में मारे गए सैकड़ों लोगों के सामूहिक अंतिम संस्कार में मंगलवार को विलंब हुआ और शवों के खराब होने के बीच बीमारी फैलने की आशंका बढ़ गई है । भारी बारिश के कारण मंगलवार को दूसरे दिन भी बचाव अभियान पर असर पड़ा है।
अधिकारियों ने बताया कि बचावकर्मियों ने 2,403 श्रद्धालुओं को बचाया लेकिन उत्तराखंड के आपदाग्रस्त क्षेत्र में अभी भी 8000 लोग फंसे फंसे हुए हैं। इनमें से ज्यादातर लोग हरसिल और बद्रीनाथ में हैं। ताजा भूस्खलन, बादल फटने और तेज बारिश के कारण बचाव अभियान प्रभावित हुआ है । केदारनाथ में 127 शवों समेत कुल 142 शव मिलने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 822 हो गई।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में बचाव अभियान में लगे एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से मारे गए वायुसेना कर्मियों के परिवारों के लिए पांच लाख रूपये के मुआवजे का ऐलान किया है।
मोदी ने ट्वीट के जरिए कहा कि उत्तराखंड में लोगों की जान बचाते हुए अपना जीवन जान न्यौछावर करने वाले जवानों को मैं सलाम करता हूं। गुजरात सरकार उनके परिवारों को पांच लाख रूपये देगी। इस हादसे में 20 लोगों के मारे जाने की आशंका है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 25, 2013, 18:38