Last Updated: Tuesday, May 7, 2013, 16:57

फतेहपुर : उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री योगेश प्रताप सिंह ने कहा है कि राज्य में शिक्षकों के करीब ढाई लाख पद खाली हैं। इन्हें भरने की प्रक्रिया शुरू की गयी है और उन पर नियुक्ति के बाद सूबे में शिक्षा की गुणवत्ता खुद-ब-खुद सुधर जाएगी।
सिंह ने मंगलवार रात एक निजी समारोह में शिरकत करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार सूबे में सरकारी शिक्षा की धूमिल होती छवि को सुधारने के हर सम्भव प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में शिक्षकों के करीब ढाई लाख पद खाली हैं, जिन्हें भरने की शुरुआत कर दी गयी है। इस समय 72 हजार शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया जारी है। साथ ही 41 हजार अनुदेशक नियुक्त किये जा रहे हैं, जब शिक्षकों के पद भर जाएंगे तो शिक्षा की गुणवत्ता अपने आप सुधर जाएगी।
सिंह ने कहा कि प्राथमिक स्कूलों में शिक्षण का बेहतर माहौल बनाने के लिये शिक्षकों को प्रशिक्षित किये जाने के साथ-साथ शिक्षण सामग्री पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि शिक्षकों की पदोन्नति की प्रक्रिया हर हाल में 15 मई तक पूरी कर ली जाएगी। उसके बाद 20 जून तक शिक्षकों के समायोजन तथा तबादले की प्रक्रिया पूरी होगी। महिला शिक्षकों की नियुक्ति उनकी सुविधा के हिसाब से करने की कोशिश होगी और दूरदराज इलाकों में पढ़ाने को मजबूर महिला शिक्षकों को वहां से हटाकर नजदीकी स्कूलों में तैनात किया जाएगा।
सिंह ने कहा कि वह चाहते हैं कि शिक्षक केवल शैक्षणिक कार्य ही करें। उन्होंने बताया कि मध्याहन भोजन की व्यवस्था को बेहतर बनाने के मकसद से राज्य के चार जिलों में स्वैच्छिक संस्थाओं को इसका जिम्मा दिया गया है। अगर यह प्रयोग सफल रहा तो पूरे प्रदेश में ऐसी संस्थाओं के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 7, 2013, 16:57