`ऋतुपर्णो का निधन बंगाल के लिए सबसे दुखद दिन`-"The sad day for Bengal Rituparno death `

`ऋतुपर्णो का निधन बंगाल के लिए सबसे दुखद दिन`

`ऋतुपर्णो का निधन बंगाल के लिए सबसे दुखद दिन`कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रसिद्ध फिल्मकार ऋतुपर्णो घोष के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह बंगाल के लिए दुखद दिन है। ममता सुबह घोष के निवास स्थल पर गईं।

उन्होंने कहा, ‘ हम सदमे में हैं। घोष के अचानक निधन से बंगाल ने एक बेहतरीन फिल्मकार खो दिया। यह हमारे लिए बहुत दुखद दिन है।’ उन्होंने बताया कि घोष को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए उनके पार्थिव शरीर को अपराह्न साढे तीन से छह बजे तक नंदन फिल्म परिसर में रखा जाएगा। इसके बाद अंतिम संस्कार से पूर्व उनके शव को टॉलीगंज टेक्नीशियन स्टूडियो ले जाया जाएगा।

शिक्षा मंत्री और रंगमंच के कलाकार ब्रत्य बसु ने कहा कि इस समाचार से वह ‘अवाक’ रह गए और घोष का निधन उनके लिए व्यक्तिगत नुकसान है। उन्होंने कहा कि घोष ने उनका नया नाटक देखने की इच्छा जाहिर की थी।

बसु ने कहा कि वह एक निर्देशक और अभिनेता के रूप में ही पथ प्रदर्शक नहीं थे अपितु समाज के लिए भी उनका अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि उनकी ‘हीरेर अंगति’ और ‘उनिशे अप्रैल’ जैसे फिल्मों ने बंगाली फिल्मों में नई विधा की रचना की।

अभिनेता के रूप में उन्होंने ‘चित्रांगदा’ में ट्रांसजेंडर की अलग तरह की भूमिका निभाकर ऐसे लोगों की दुर्दशा को दिखाया जिन्हें समाज में नज़रअंदाज कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि घोष ने समान लिंग के बीच संबंधों को बंगाली समाज में पहली बार दिखाया और उसे बेहद मर्यादित ढंग से पेश किया। (एजेंसी)

First Published: Thursday, May 30, 2013, 14:08

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